हमारे देश की प्राचीन समय से ही प्रथा रहीं हैं कि बेटियों की शादी पर उनको पिता अपनी इच्छा के अनुसार उपहार देता थे। प्राचीन समय में पिता अपनी हेसियत के हिसाब से उपहार देता था, लेकिन बदलते समय के साथ ये उपहार मांग मे तब्दील हो गए और पिता के ऊपर एक अनचाहा सा बोझ बन गया है। जिसे आज के समय में दहेज का नाम दे दिया गया है।

लेकिन जैसे जैसे देश का युवा पढ़ लिख के समझदार हो रहा है वैसे वैसे ये प्रथा खत्म होती जा रहीं हैं। लेकिन अभी हाल ही एक चरखी दादरी के रोहतक रोड पर स्थित एक वाटिका में शादी के दौरान ऐसा मामला सामने आया है जिसने पढ़े लिखे युवा का नाम ही डूबा दिया है। दरअसल शादी में फेरों के दौरान दूल्हा और उसकी मां ने लड़की के घर वालों से दहेज में एक कार मांगी।

जिसके बाद वे बारात बीना लड़की के जी वापस ले गए, क्योंकि लड़की वाले इस मांग को पूरी नहीं कर सके। बता दें कि यह मामला 9 फरवरी की रात का हैं। जब बारात बीना लड़की को लिए ही वापस लौट गई तो लड़की के पिता ने Police को सारी घटना बताई, जिसके बाद Police ने मामला दर्ज कर लिया।
लड़की के पिता ने पिता ने Police को बताया कि,”उसकी बेटी की शादी भिवानी के भारत नगर निवासी अभिन्न के साथ 9 फरवरी को होनी तय हुई थी। इसके लिए उन्होंने दादरी के रोहतक रोड स्थित वाटिका बुक की थी। 9 फरवरी की शाम को बारात वाटिका में पहुंच गई। जब दूल्हे को फेरों पर बैठने के लिए कहा तो उसने और उसकी मां ने बाइक के बजाय गाड़ी देने की मांग की। जब वह रात के समय में गाड़ी का इंतजाम नहीं कर पाए तो लड़के की मां ने 15 लाख रुपये की मांग की।”

इसी के साथ उसने बताया कि,”उन्होंने काफी मिन्नतें की लेकिन दूल्हा और दुल्हे की मां नहीं मानी। जिसके बाद दूल्हे दुल्हे को चक्कर आ गए, उस तुरंत ही दूल्हे की मां और कुछ रिश्तेदार अस्पताल लेकर गए। जब वे बाहर आए तो दूल्हा, उसकी मां और अन्य रिश्तेदार वहां नहीं मिले।