हरियाणा में बढ़ती बिजली की कटौती और बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने उद्योगों के लिए एक बहुत ही अहम फ़ैसला लिया है। बता दें कि बढ़ते वायु प्रदूषण की वज़ह से सरकार हर साल जेनरेटर चलाने पर प्रतिबंध लगा देती हैं। इसलिए सरकार ने उद्योगों को बिजली की समस्या से निजात दिलाने के लिए ये फ़ैसला लिया है।

दरअसल अब से गुजरात की तरह हरियाणा के उद्योगों को भी 24 घंटे बिजली मिलेगी। हरियाणा के बिजली अधिकारी जल्द ही गुजरात माडल की बारीकियों को समझने के लिए
गुजरात का दौरा करेगा। ताकि जल्द से जल्द प्रदेश के उद्योगों को बिजली मुहैया कराई जा सकें। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी इस दौरे के लिए मंजूरी दे दी है।

जानकारी के लिए बता दें कि राज्य सरकार ने यह फैसला इस लिए किया हैं, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी ने एनसीआर में हर साल बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए नवंबर से फरवरी तक जेनरेटर चलाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। सूत्रों के मुताबिक़ इस मॉडल को इसी साल 1 अप्रैल से लागू किए जानें की तैयारी है।
इस मॉडल के लागू हो जानें के बाद से प्रदेश के उद्योगों को 24 घंटे बिजली देने के लिए स्पेशल फीडर स्थापित किए जाएंगे। इसी के साथ आपको बता दें कि फिलहाल उद्योगों को 180 रुपये प्रति किलोवाट की दर से लगने वाले चार्ज समेत 8.3 रुपये प्रति यूनिट बिजली पड़ती। लेकिन बिजली कट जानें पर उन्हें जेनरेटर चलाने पड़ते हैं। जोकि उन्हें महंगा पड़ता है। क्योंकि उद्यमियों के पास तो खुद के जेनरेटर हैं, लेकिन कुछ उद्यमियों ने जेनरेटर संचालकों से अनुबंध कर रखा है।