सोशल मीडिया आज के समय में ऐसा प्लेटफार्म बना हुआ है जहां पर बहुत लोग एक्टिव रहते हैं और यहीं पर खबरें पढ़ना पसंद करते हैं। मजा तो तब आ जाता है जब वह कहानी किसी महिला की सक्सेस स्टोरी हो। आज तो हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताने वाले हैं जिसकी गिनती तेजतर्रार महिला अधिकारियों में होती है।आइए जानते हैं उनके बारे में।
जिस महिला की हम बात कर रहे हैं वह हरियाणा में तैनात आईपीएस अधिकारी संगीता कालिया है। इनकी गिनती तेजतर्रार महिला अधिकारियों में होती है। उनके पिता पुलिस विभाग में कारपेंटर थे। लेकिन वह 6 नौकरियां छोड़कर आईपीएस बनी। एसपी पद पर रहते हुए यह बीजेपी मंत्री के साथ भिड़ी और सजा भुगती। जानिए कौन है यह तेजतर्रार अफसर।

हम उस एसपी महिला की बात कर रहे हैं जो मीटिंग के दौरान मंत्री अनिल विज से भिड़ गई थी और उनका तबादला भी कर दिया गया था। आया कुछ याद, नहीं तो हम आपको बता देते हैं यह एसपी संगीता कालिया है जो मौजूदा वक्त में रेलवे में एसपी पद पर कार्यरत हैं।
आपको बता दे, एसपी संगीता वही हैं, जिन्होंने 27 नवंबर 2015 को फतेहाबाद में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से बहस की थी।उस समय विज वहां के कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष थे। एक शिकायत की सुनवाई के दौरान विज ने संगीता को गेट आउट कहा था। कालिया बाहर नहीं गई तो विज को खुद बैठक छोड़नी पड़ी थी। उसके बाद कालिया का तबादला कर दिया गया था।

जब यह विवाद हुआ उस समय विज ने नशे की बिक्री संबंधित शिकायत पर संगीता से जवाब मांगा। तब संगीता ने जवाब दिया कि हमें शराब तस्करों पर साल में ढाई हजार मामले दर्ज किए हैं। पुलिस किसी को गोली तो मार नहीं सकती। इस बात पर विज और संगीता की कहासुनी हो गई। जिसके बाद बैठक को बीच में ही रोकना पड़ा।
संगीता के पिता धर्मपाल फतेहाबाद पुलिस में पेंटर थे, जिनकी रिटायरमेंट में साल 2010 में हुई थी। संगीता ने अपनी पढ़ाई भिवानी से की और 2005 में पहली यूपीएससी परीक्षा दी।

लेकिन 2009 में तीसरे प्रयास के बाद वह सफल हुई। संगीता कालिया के मुताबिक, उन्हें पुलिस में आने की प्रेरणा उड़ान सीरियल देखकर और उनके पिता से मिली। उनके पति विवेक कालिया भी हरियाणा में एचसीएस है।
यह वह शख्सियत हैं, जिन्होंने 6 नौकरियों के ऑफर को छोड़कर पुलिस विभाग में आए। संगीता भिवानी जिले के एक साधारण परिवार में जन्मी थी। उन्होंने शुरू से ही कुछ अलग करने का सपना देखा था और वर्दी पहनते हो उन्होंने यह कसम खाई थी कि इन की आन बान पर कोई दाग नहीं लगने देंगी। इसी काम को उन्होंने हर एक पोस्टिंग पर करने की कोशिश भी की। उन्होंने कभी झूठ का सहारा नहीं लिया।

काफी कम लोग यह जानते हैं कि उनके पिता पुलिस विभाग में कारपेंटर थे। उसी विभाग में बतौर एसपी उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी। जिस वर्ष में उनके पिता पुलिस विभाग से रिटायर हुए, उसी वर्ष में हरियाणा पुलिस में संगीता कालिया ने आईपीएस पद ज्वाइन किया। वह बेहद ईमानदार अफसर मानी जाती हैं और मंत्री विज विवाद को लेकर सुर्खियों में आई थी।

आईपीएस संगीता कालिया मूल रूप से भिवानी जिले की रहने वाली हैं। फतेहाबाद के बाद उनका तबादला रेवाड़ी किया गया। उसके बाद कुछ समय तक भिवानी व पानीपत में रहे। अब वह रेलवे में एसपी के तौर पर कार्यरत हैं।