एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि आज के समय में लड़कियां किसी से कम नहीं है। जैसे कि हमें पता ही है कि हर वर्ग में लड़कियां अपनी पहचान बना रही है। चाहे वह स्पोर्ट्स हो, चाहे वह पढ़ाई हो या कोई भी अन्य विभाग हो हर जगह पर लड़कियां अपनी एक अलग पहचान बना रही है।
आज मैं आपको एक ऐसी सफल लड़की के बारे में बताने वाला हूं, जिसने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल करके अपने घरवालों का और हरियाणा का नाम रोशन किया है। तो आइए जानते हैं पूरी खबर।

मैं बात कर रहा हूं नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम कंपलेक्स में हुई महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की। जिसमें हरियाणा के हिसार के सेक्टर 14 की बॉक्सर स्वीटी बूरा ने 81 किलोग्राम भारत वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया है। बता दूं स्वीटी ने शनिवार को फाइनल में चीन की बॉक्सर को हराया और चैंपियन बनी।

स्वीटी ने 2 महीने पहले अपने पिता महेंद्र सिंह बूरा से कहा था कि आप चिंता मत करो पापा मैं गोल्ड लेकर आऊंगी। शनिवार को बेटी ने सोना जीतकर पिता से किया वादा निभाया। अब घर पहुंचने पर मां सुरेश कुमारी बेटी स्वीटी का चूरमा खिलाकर मुंह मीठा कराएंगी।

स्वीटी की मां ने बताया मां की बेटी को चूरमा और मालपुआ बहुत पसंद है। जब बेटी का मैच देखने भाई मनदीप और बहन सीवी दिल्ली गए तो उन्होंने अपनी बेटी के लिए चूरमा बनाकर भेजा। जब बेटी ने पदक जीता पर उसने अपने माता-पिता को बधाई दी। बहन शिवि ने बताया कि स्वीटी ने फाइनल में चीन की बॉक्सर को 4-1 से हराया।

अगर बात करें स्वीटी के निजी जीवन की तो बॉक्सर स्वीटी बूरा की शादी 7 जुलाई 2022 को रोहतक के दीपक हुड्डा के साथ हुई थी। बॉक्सर बताती हैं कि शादी के बाद जिंदगी में काफी बदलाव आया। मगर बॉक्सिंग को उन्होंने कभी दूर नहीं किया। शादी के बाद उनके ऊपर काफी जिम्मेदारियां भी आ गई। घर से बाहर जाकर खेलना बहुत ही मुश्किल होने लगा।

मगर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपना अभ्यास जारी रखा। पति दीपक हुड्डा ने भी उन्हें काफी मदद की। स्वीटी बताती हैं कि उन्होंने शादी के मात्र 10 दिन बाद ही दोबारा प्रैक्टिस शुरू कर दी। कभी रोड पर दौड़ना, तो कभी छत पर बॉक्सिंग का अभ्यास किया। इसके बाद वर्ष 2018 में स्वीटी ने रशिया में हुई इंटरनेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था।

अब स्वीटी ने स्वर्ण पदक जीत लिया तो घर में काफी खुशी का माहौल है। सभी लोग घर पर बधाइयां देने आ रहे हैं। स्वीटी की छोटी बहन सीवी भी इंटरनेशनल बॉक्सर हैं। सीवी ने बताया कि एक बार फिर बहन ने स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया।
स्वीटी ने बॉक्सिंग की शुरुआत स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया हिसार में की थी। आज दोनों बहने राष्ट्रीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत अपनी पहचान बना रही है।

स्वीटी की मां ने कहा: आज बेटियां हर क्षेत्र में परचम लहरा रही है। बेटी स्वीटी ने एक बार फिर स्वर्ण पदक जीतकर नाम रोशन किया है। मुझे बेटी पर गर्व है। शादी के बाद भी बेटी ने प्रैक्टिस जारी रखी और देश को पदक दिलाया।

स्वीटी बूरा मूलरूप से घिराये की रहने वाली है। मगर पिछले 10 वर्षों से उसका परिवार हिसार शहर में रह रहा है। पिता महेंद्र सिंह बूरा किसान हैं। मा सुरेश कुमारी गृहिणी है।
स्वीटी बूरा का जन्म 10 जनवरी 1993 को गांव घिराये में हुआ था। स्वीटी 12 साल से बॉक्सिंग कर रही है। स्वीटी ने जाट कॉलेज हिसार से बारहवीं कक्षा पास की। उसके बाद गवर्नमेंट पीजी कॉलेज से बीए की। फिर एमपीएड की।

बॉक्सर स्वीटी के कुछ उपलब्धियां:

नवंबर 2014 में एआईबीए वर्ल्ड वूमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप साउथ कोरिया में सिल्वर मेडल।
अगस्त 2015 एबीएसी एशियन कॉन्फेडरेशन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल।
जून-जुलाई 2015 इंडिया-आस्ट्रेलिया प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल।
फरवरी 2018 में प्रथम ओपन इंडिया इंटरनेशनल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल।
13 जून 2018 में रूस के कॉस्पिक में हुए उमाखानोव मेमोरियल टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल।
2021 में एशिया चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
2023 में महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।