जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज के समय में लड़कियां किसी से भी पीछे नहीं है। हर वर्ग में और हर कार्य में लड़कियां सक्षम है। चाहे हवाई जहाज उड़ाना हो, चाहे ऑटो चलाना हो, चाहे दौड़ करनी हो या चाहे बॉक्सिंग करनी हो हर क्षेत्र में लड़कियां नाम रोशन कर रही है।
तो ऐसे ही दो लड़कियों की कहानी में आज आपको बताने वाला हूं, जिन्होंने विश्व को गौरव दिलाने के लिए बहुत कुछ किया है।तो आइए जानते हैं उनके बारे में।
आपको बता दे, विश्व वूमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत को स्वर्ण पदक मिल गया है और यह पदक हरियाणा के रहने वाले नीतू घंघस और स्वीटी बूराने भारत को दिलाया है। इसके साथ साथ दोनों महिला खिलाड़ियों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि हरियाणा की छोरियां किंही छोरों से कम नहीं है।
बता दे, नीतू ने 48 किग्रा और स्वीटी ने 81 किग्रा भार वर्ग में यह पदक जीता है। दोनों बेटियों की सफलता पर प्रदेश के साथ साथ पूरा देश खुश है।
आपको बता दे, 48 किग्रा भार वर्ग में मंगोलिया की लुत्साइकहन अल्टनसेटसेग को 5-0 से हराकर नीतू ने इस स्वर्ण पदक को अपने नाम किया है। बता दें कि, पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम में भी नीतू घंगास स्वर्ण पदक जीता हैं।
वहीं स्वीटी बूरा ने चीन की वैन लिंग को 4-3 से मात देकर इस पदक को अपने नाम किया है। बता दें कि स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू व स्वीटी क्रमश: छठीं और सातवीं भारतीय मुक्काबाज बन गई हैं।
इन दोनों महिला खिलाड़ियों के स्वर्ण पदक जीतने पर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश से बधाईयां आ रही हैं। राजनीतिक हस्तियों से लेकर खेल जगत के सितारे भारत की इस उप्लब्धि से काफी खुश हैं और दोनों खिलाड़ियों को लगातार बधाई संदेश दे रहे हैं।