एक चीज तो हम बहुत अच्छे से जानते हैं कि हरियाणा सरकार सभी की भलाई के लिए बहुत कुछ करती रहती है। आज के समय में गांव में बात करें तो वहां पर सरपंच और पंचों का बहुत बड़ा रोल रहता है।
जिसके लिए अब हरियाणा में सरपंचों को हर महीने ₹3000 की बजाय ₹5000 मानदेय दिया जाएगा। इसी तरह पंचों का मानदेय भी ₹1000 से बढ़ाकर ₹16000 कर दिया गया है। खास बात यह है कि आने वाले समय में पंचों और सरपंचों का मानदेय महंगाई के अनुसार बढ़ता रहेगा।
इसके लिए विकास एवं पंचायत विभाग ने लिखित आदेश जारी कर दिया है। सरपंचों का मानदेय में 2000 और पंचों के मानदेय में ₹600 की बढ़ोतरी की गई है। जिस पर सीएम मनोहर लाल ने ई ट्रेडिंग का विरोध कर रहे पंचायत प्रतिनिधियों को मनाने की कड़ी में 16 मार्च को पंच सरपंचों का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी।
आपको बता दें इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। पंचायतों में 1 साल में 5 बार पांच ₹500000 तक के विकास कार्य बगैर ही ट्रेडिंग से कराने का अधिकार सरपंचों को पहले ही दिया गया है।
लेकिन ₹500000 से अधिक के सभी कार्य ट्रेडिंग के माध्यम से ही किए जाएंगे और कार्यों की असेसमेंट पोर्टल पर ही मेजरमेंट बुक में दर्ज कराए जाएंगे। जल्दी सरपंचों को ग्राम सचिव के वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट में अपनी टिप्पणी दर्ज कराने की भी पावर मिल जाएगी।