कृषि तथा किसान कल्याण विभाग हरियाणा सरकार ने ट्वीट में कहा, पानी और पर्यावरण को बचाने की ज़िम्मेदारी हम सबकी है । आइये इस मुहिम में अपना हिस्सा निभायें ।
सरकार इस कार्य के लिए आपको वित्तीय सहायता भी देती है । धानी की सीधी बिजाई अपनाएं, पानी व पर्यावरण बचाएं। किसानों को 4000 रुपये प्रति एकड़ वित्तीय सहायता मिलेगी।
रबी की फसलों की कटाई का वक्त चल रहा है. कटाई के दो महीने बाद खरीफ की फसलों की बुवाई शुरू हो जाएगी। इस वक्त देश के अधिकतर राज्यों में भूजल स्तर अपने निचले स्तर पर है।
ऐसे में हरियाणा सरकार ने कम पानी में धान की खेती को लेकर एक बड़ा फैसला किया है। हरियाणा सरकार धान की सीधी बुवाई करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 4 हजार रुपये की सब्सिडी देने का फैसला किया है ।
राज्य सरकार ने कहा है कि दाल वाली फसलें मिट्टी के स्वास्थ्य को अच्छा बनाती है। हवा की नाइट्रोजन को सोखकर जमीन में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाती हैं। जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है ।
इस तरह किसानों को खेत में नाइट्रोजन फर्टिलाइजर (Nitrogen Fertilizer ) की कम मात्रा की जरूरत पड़ेगी। तिलहन वाली फसलों को बढ़ावा देने से देश में खाद्य तेल की कमी को भी पूरा करने में सहयोग मिलेगा।
खेती में पानी की बचत के लिए राज्य के किसानों को ड्रिप इरिगेशन पर भी 80% सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है । इस सभी सब्सिडी से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल या अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर किसान संपर्क कर सकते हैं और जानकारी ले सकते हैं ।