इस बार बेटियों ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं परीक्षा में बाजी मारी है। इन सूचियों में सिर्फ 9 छात्रा विद्यार्थियों का नाम शामिल करवाया गया है। एक भी छात्र शामिल नहीं है।
जिले की टॉप तीन सूचियों में सिर्फ वह 9 छात्राएं शामिल है। महांशी पुत्री अनिल कुमार, भविष्या पुत्री नितिन कुमार, कोमल पुत्री कुलदीप सिंह, हिमांशी पुत्री देवेंद्र पाल और हर्षिता पुत्री जगबीर सिंह ने संयुक्त रूप से तीसरे नंबर का स्थान प्राप्त किया है।
वही दूसरे नंबर पर जिन बेटियों ने 500 में से 494 अंक लाकर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है उन बेटियों का नाम है। गांव मांढी पिरानू की बेटी तमन्ना और गागड़वास की बेटी प्रगति इन्होंने 494 अंक लाकर हरियाणा का नाम रोशन किया है और दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
अब उन बेटियों की बात करते हैं जिन्होंने हरियाणा विद्यालय बोर्ड परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया है। इन बेटियों ने 500 में से 495 अंक प्राप्त कर पहला स्थान प्राप्त किया है। सांवड़ की बेटी नेहा जांगड़ा और बौंदकलां की बेटी कनक इन्होंने पूरे जिले में टॉप किया है।
जिले के टॉप 3 बेटियां एक अच्छी चिकित्सक बनना चाहती है और गरीबों की सेवा करना चाहती है। इसके लिए वह बहुत कड़ी मेहनत करेंगी।
गांव मांढी पिरानू की बेटी तमन्ना पुत्री विरेंद्र सिंह ने 500 में से 494 अंक प्राप्त किए हैं और जिले में दूसरे स्थान पर रही है और साथ ही उन्होंने बताया कि वह उन्होंने यह सफलता बिना ट्यूशन के पाई है। भांडवा की इस छात्रा ने गणित और विज्ञान विषय में शत प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं।
उसके पिता विरेंद्र सिंह और मां सुदेश देवी निजी स्कूल में अध्यापक हैं। तमन्ना ने बताया कि वह एक अच्छी डॉक्टर बनना चाहती हैं और साथ ही उन्होंने बिना किसी ट्यूशन के टॉप किया है और जो भी डाउट होता था, वह स्कूल में अध्यापकों से पूछ लेती थी।
वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भांडवा की छात्रा प्रगति ने दसवीं की परीक्षा में 500 में से 494 अंक प्राप्त कर जिले में संयुक्त रूप से प्राप्त किया है और साथ ही उन्होंने बताया। यह कामयाबी उन्होंने सोशल मीडिया से दूर रहकर प्राप्त की है।प्रगति के पिता नरेंद्र सिंह किसान और मां सरिता देवी गृहिणी है।
प्रगति ने बताया कि वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है और गरीबों की मदद कर कर देश में अपना नाम रोशन करना चाहती है। प्रगति ने बताया कि वह रोज 5 घंटे तक पढ़ाई करती थी और जब थक जाती थी तो बाहर घूमती थी। साथ ही यह कामयाबी उन्हें सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखी तब प्राप्त हुई है।
वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा नेहा संयुक्त रूप से जिला टॉपर रही है। उसने 500 में से 495 अंक प्राप्त किए हैं। सांवड़ गांव की इस बेटी ने गणित विषय में 100 में से 100 अंक प्राप्त किए हैं। नेहा के पिता अशोक कुमार निजी स्कूल में अध्यापक है जबकि मां सुनीलता गृहिणी है।
सोशल मीडिया से हमेशा दूरी बनाए रखी। नेहा ने बताया कि वह दिल की डॉक्टर बनना चाहती है। इसके लिए उसने पढ़ाई भी शुरू कर दी है। उसने बताया कि वह प्रतिदिन चेप्टर के अनुसार पढ़ाई करती थी।
गांव बौंदकलां की बेटी कनक पुत्री अमरपाल ने 500 में से 495 अंक प्राप्त कर संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पर रही है। उसने 10वीं की परीक्षा आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बौंद कलां से पास की है। उसके पिता अमरपाल प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं जबकि मां सावित्री देवी गृहिणी है।
कनक ने गणित और विज्ञान विषय में शत प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। उसने बताया कि इस सफलता के लिए उसने नियमित रूप से पांच से छह घंटे पढ़ाई की और कनक एक बहुत अच्छी चिकित्सक बनकर देश की सेवा करना चाहती है।