हिमेश इतनी लगन से पढ़ाई करता था कि पढ़ाई के पीछे खाना छोड़ने पर माता-पिता से डांट भी पड़ती थी। हिमेश इतनी लगन से पढ़ाई करता था कि पढ़ाई के पीछे खाना छोड़ने पर माता-पिता से डांट भी पड़ती थी। हिमेश इतनी लगन से पढ़ाई करता था कि पढ़ाई के पीछे खाना छोड़ने पर माता-पिता से डांट भी पड़ती थी।
फतेहाबाद के छात्र हिमेश ने 10वीं कक्षा के परिणाम में 500 में से 498 अंक लेकर हरियाणा में प्रथम स्थान पाया है हिमेश इतनी लगन से पढ़ाई करता था कि पढ़ाई के पीछे खाना छोड़ने पर माता-पिता से डांट भी पड़ती थी। वह अब आगे चलकर UPSC क्रैक कर एक IAS ऑफिसर बनना चाहता है।
हिमेश बताते हैं कि 10वीं कक्षा में फिजिक्स (साइंस) उनका पसंदीदा विषय था। हालांकि, वह अधिक समय मैथ को देते थे. उसके लिए स्पेशल बुक्स भी ले रखी थीं। हरियाणा में नंबर वन रैंक की इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए हिमेश को अपने टीचर्स, स्कूल मैनेजमेंट और परिवार का पूरा सहयोग मिला।
पढ़ाई के अलावा उसे कोई दूसरा शौक नहीं है, बल्कि मैंने अगर कभी हिमेश को डांटा है तो वो भी समय पर खाना नहीं खाने के लिए। हिमेश ने कहा कि इसी तरह से आगे अपनी पढ़ाई जारी रख,मैं एक IAS ऑफिसर बनना चाहता हूं।
आज के IT के जमाने मे इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील बनाने में बिजी स्टूडेंट्स और युवाओं के लिए मैसेज देते हुए हिमेश ने कहा कि रील बनाने में दिमाग नहीं लगता पर पढ़ाई करने में दिमाग की जरूरत होती है।
इसीलिए लोग पढ़ाई से दूर भागते हैं। स्टूडेंट्स को पढ़ाई पर फोकस करना चाहिए और साथ ही मीडिया से दूर रहना चाहिए। तभी तो कुछ जिंदगी में हाथ नहीं कर पाएंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।