दिल्ली मेरठ के बाद अब हरियाणा में भी रैपिड रेल दौड़ती हुई नजर आएगी। मंजूरी के बाद अब योजना की फाइल के सरकार को भेजी जाएगी। दिल्ली गुरुग्राम शाहजहांपुर, नीमराना बहरोड, अलवर और दिल्ली से पानीपत। आरआरटीएस रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को हरियाणा सरकार ने सोमवार के दिन मंजूरी दे दी है।
सोमवार में अध्यक्षता की बैठक में बताया गया कि दिल्ली-शाहजहांपुर, नीमराणा – बहरोड और आरआरटीएस की लंबाई 107किलोमीटर लंबी होगी और इसी में ही 70 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड और शेष 37 किलोमीटर ऑल ग्राउंड होगा इस पर 6 अंडरग्राउंड 9 एलिवेटेड और एक ग्रेड स्टेशन होगा।
प्रस्तावित एलाइनमेंट का हिस्सा एलिवेटेड आलायनमेंट का एलिवेटेड हिसाब पुरानी दिल्ली-गुरुग्राम के सेक्टर 17 के आर ओ डब्ल्यू और एसएनबी तक 40 और 48 के बीच होगा। एनसीईआरटी सी के प्रबंध निदेशक ने बताया दिल्ली- मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबा हिस्सा चालू होने वाला है।
दिल्ली एसएनबी कॉरिडोर के प्रस्तावित। स्टेशनों में सराय काले खां आई एन ए मुनिरका एरो सिटी,इन सभी के साथ-साथ गुरुग्राम के उद्योग विहार सेक्टर 17 राजीव चौक, पंचगांव बिलासपुर चौक रेवाड़ी के धारूहेड़ा,मानेसर एम बी आई आर,बवाल और एचएनबी प्रस्तावित है। इन सभी के बनने के बाद आने जाने वालों को सुविधा होगी और साथ ही नौकरी करने वालों के लिए समय की बचत होगी।
एनसीईआरटी की राष्ट्रीय राजधानी और शहरों के तेज पारगमन सुविधा प्रदान करने में और परिवहन में उच्च वृद्धि को पूरा करने के लिए एनसीआर ने रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना के डिजाइन विकास और संचालन के कार्य करता है।एनसीईआरटी सी के प्रशासनिक नियंत्रण और केंद्रीय आवास और शहरी मंत्रालय के अधीन है।
बैठक में बताया गया कि दिल्ली में इसकी लंबाई 36.2 किलोमीटर जबकि हरियाणा में 66.8 किलोमीटर होगी। मुरथल और पानीपत में दो डिपो बनाने की योजना है। 103 किलोमीटर लंबी आलायनमेंट के दिल्ली और पानीपत आरआरटीएस कॉरिडोर का 11.5 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड। और शेष 91.5 किलोमीटर हिस्सा अंडर ग्राउंड होगा।