खेती किसानी को अक्सर लोग घाटे का प्रोफेशन मानते हैं। हालांकि इस बहन को किसानों ने कई बार दूर भी किया है। लेकिन हरियाणा के हिसार में रहने वाले प्रगतिशील किसान कुलदीप बूरा फलों के साथ-साथ सब्जियों से भी कमाई के मामले में एमबीबीएस डिग्री धारक यानी डॉक्टर को भी पीछे छोड़ रहे हैं।
किसान कुलदीप बूरा ने पहले 1 एकड़ में खेती की शुरुआत की थी। अब वह 16 एकड़ में फल और सब्जियों की खेती कर रहे हैं और साथ ही खेती-किसानी से कुल 22 महिलाओं को रोजगार भी दे रहे हैं। सालाना खेती करके वह 25 से ₹300000 का मुनाफा कमा रहे हैं। डेढ़ सौ से अधिक किसानों को आधुनिक तरीके से खेती करने का गुण भी सिखा रहे हैं।
अबे कुल 16 एकड़ में फल और सब्जियों की खेती कर रहे हैं। साथ ही 22 महिलाओं को रोजगार भी दे रहे हैं और डेढ़ सौ से अधिक किसानों को आधुनिक तरीके से खेती करना भी सिखा रहे हैं। कुलदीप बूरा ने पहले 1 एकड़ में खेती की शुरुआत की थी।
खेती से पहले बिजली और फिटिंग रिपेयरिंग का काम करते थे।कुलदीप पहले गांव के घरों में बिजली और रिपेयरिंग का काम करते थे। साथ ही उन्हें इस काम में अच्छी आमदनी नहीं होती थी तो लोग बिना पैसे के काम करवा लेते थे।
ऐसे में उनका घर खर्च चलाना मुश्किल था, लेकिन 2012 में खेती करने का फैसला किया और पहले 1 एकड़ में खीरे तरबूज तरबूज की खेती की शुरुआत की और मुनाफा हुआ तो 16 एकड़ में खेती करने लगे।
कुलदीप ने बताया कि 2014 में उन्हें नेट हाउस में खेती करना शुरू किया था। साथ ही इसके बाद हरियाणा सरकार से सब्सिडी मिली और फल और सब्जियों के ऊपर और बढ़ गई। उन्होंने खेत में सोलर बिजली प्लांट लगाया हुआ है और इससे उन्हें पर्याप्त बिजली मिल जाती है। वह रोजाना 70 कुंटल माल मंडियों में सप्लाई करते हैं।
जब खेती की शुरुआत की थी तो लोग इसे घाटी का काम मानते थे। लेकिन कुलदीप बुरा ने बताया कि अगर किसान पारंपरिक खेती के साथ सब्जी फल की खेती करें तो उसे काफी लाभ मिल सकता है और अब बड़ी संख्या में किसान खेती के गुण सीखने आते हैं।