चंडीगढ़ की रहने वाली डॉक्टर अक्षिता गुप्ता के पिता पवन गुप्ता, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पंचकूला में प्रिंसिपल हैं और उनकी मां मीना गुप्ता एक गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मैथमेटिक्स की लेक्चरर है।
अक्षिता गुप्ता ने यूपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में वही ऑप्शन सब्जेक्ट रखे थे जो मेडिकल से संबंधित है। इसके चलते उन्होंने तैयारी में काफी मदद मिली और उन्होंने सर्जरी और शरीर रचना जैसे टॉपिक को अच्छी तरह पढ़ा।

अक्षिता गुप्ता आईएएस बनने से पहले हॉस्पिटल में डॉक्टर थी और उन्होंने यूपीएससी की तैयारी अस्पताल में 14, 14 घंटे की लगातार ड्यूटी के साथ की और तब उन्हें 15:15 मिनट का ब्रेक मिलता था और तब वह पढ़ाई कर लिया करती थी।

पंजाब कैडर की आईएएस अफसर अक्षिता गुप्ता ने साल 2020 में अपनी पहले अटेम्प्ट में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा क्रैक कर ली और उनकी ऑल इंडिया रैंक 69 वी रैंक थी। अक्षिता ने यूपीएससी की तैयारी एमबीबीएस के थर्ड ईयर में शुरू कर दी थी। उन्होंने स्मार्ट स्ट्रेटजी अपनाते हुए यूपीएससी मैंस में ऑप्शन के तौर पर मेडिकल साइंस सब्जेक्ट को रखा था।

अक्षिता ने काम के साथ तैयारी के लिए मेडिसिन की किताबों में से यूपीएससी के सिलेबस से संबंधित पर नेपाल दिए थे। इसके बाद चैपल करके चैप्टर बना लिए। वह बताती हैं कि किताबों से पन्ने पढ़ना दर्दनाक तो था लेकिन पढ़ने के लिए करना ही था। इस ट्रिक से उन्हें काफी मदद मिली है।

आईएस गुप्ता सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती है। उनका ट्विटर अकाउंट पर 18000 से ज्यादा फॉलोअर्स है और वही इंस्टाग्राम पर 23 हजार से ज्यादा फॉलोअर हैं और साथ ही उन्हें फोटोग्राफी भी पसंद है।