हर व्यक्ति अपना आशियाना बनाने का सोचता है जिसमें वह अपने परिवार के साथ सुख से रह सके। जिसमें कोई बहुत बड़ी इमारतें बनता है और कोई कुछ छोटी इमारतें बनता है। लेकिन कोई भी जीव जंतुओं के रहने के बारे में नहीं सोचता कि यह अपने परिवार के साथ कैसे रहते होंगे।
लेकिन सिरसा में पक्षियों के लिए एक नया आशियाना बना है, जो इन दिनों काफी चर्चाओं में है। सिरसा में जीव जंतु संरक्षण की दिशा में जैन समाज के लोगों ने एक ऐसी मुहिम शुरू की है। जो पक्षियों का सहारा बनी है।
यह आशियाना सिरसा शहर में रानिया रोड पर श्री जिन्नदत्त सूरी संघ दादावाड़ी में बनाया गया है। यह 21 मंजिला आशियाना बनाया गया है। सर्दी और गर्मी के मौसम में बेजुबान पक्षी इसमें आकर रह सकते हैं।
इसमें उनके लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई है। इसके पास एक चबूतरा भी बनाया गया है। जहां जैन समाज के लोगों के साथ कुछ दानी सज्जन भी पक्षियों के लिए दान व पानी का इंतजाम करते रहते हैं।
सुबह से लेकर शाम तक पक्षी इस आशियाने में रहते हैं और कुछ पक्षी तो इस आशियाने में रात में भी आराम करते हैं। यह आशियाना लगभग 10 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है। अब जैन समाज के लोगों ने घायल पक्षियों के इलाज के लिए अस्पताल बनाने का भी निर्णय लिया है।
सिरसा में बना यह आशियाना पूरे उत्तर भारत में सबसे बड़ा है।इस प्रोजेक्ट के सदस्य भूषण जैन ने बताया कि उनके संस्था के प्रधान चंद्रेश जैन कुछ समय पहले बेंगलुरु गए थे। जहां उन्होंने पक्षियों के लिए बना हुआ यह आशियाना देखा तो उन्होंने इस तरह का पक्षी घर सिरसा में बनाने का फैसला लिया और वापस आकर आशियाने को बनवाया।