मेहनत और लगन से ही सफलता का रास्ता खुलता हैl ऐसी एक सफलता की कहानी आपको बताएंगे जिन्होंने जिंदगी की तमाम परेशानियों को मात देकर सफलता हासिल की हैl
अपनी मंजिल को पाने के लिए कड़ी मेहनत और मशक्कत करनी पड़ती हैl और आज बात एक ऐसी शख्सियत की हैl जिन्होंने जिंदगी की तमाम परेशानियों को मात देकर सफलता का स्वाद चखाl महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के यवतमाल में रहने वाले अजरुदीन का जी ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने गरीब पिता का नाम बढ़ाया हैl

आपको बता दें अजरुदीन कादरी के पिता जहीरूद्दीन काजी पेशे से टैक्सी ड्राइवर पिताजी की टंकी से होने वाली कमाई के जरिए ही अजहरुद्दीन की मां और चार भाइयों की जिंदगी चल रही थीl अरुदीन अपने चारों भाइयों में सबसे बड़े थेl एक खास बात यह थी कि उनकी मां भी पढ़ाई लिखाई का शौक रखती थी हालांकि कम उम्र में ही विवाह हो जाने की वजह से अपनी पढ़ाई पूरी ना कर सकेl

घर में पैसों की कमी जरूर थी लेकिन मां के दिल में बच्चों को पढ़ाने लिखाने और उन्हें का बिल बनाने की हसरत उससे कहीं बड़ी थीl मां ने चारों बच्चों को दसवीं क्लास तक घर पर ही पढ़ायाl वजह यह थी कि किसी कोचिंग या ट्यूशन के पैसे उनके पास नहीं थेl आगे जाकर अगर उद्दीन ने कॉमर्स विषय चुना और अपना ग्रेजुएशन पूरा कियाl घर को आर्थिक मदद देने के लिए अजरुदीन ने एक प्राइवेट जॉब भी पकड़ ली 2010 यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी का फैसला लियाl

अकबरुद्दीन को शुरुआती कुछ प्रयासों में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता नहीं मिलने के बाद उनका चयन एक सरकारी बैंक में पीओ के पद पर हो गयाl अच्छी नौकरी मिलने के बाद अजहरुद्दीन के घर की हालत सुधरी हालांकि उद्दीन के दिल और दिमाग से सिविल सेवा की तैयारी करने का जुनून अभी खत्म नहीं हुआ थाl

ब्रांच मैनेजर के पद पर पहुंचने के बाद असरूद्दीन ने यह नौकरी छोड़ दी और सिर्फ सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दीl इसके बाद फिर उन्हें एक बार इस परीक्षा में असफलता हाथ लगीl लेकिन आखिरकार 2019 में मेहनत रंग लाई और चयन हो गयाl असदुद्दीन साल 2020 बैच के आईएएस अधिकारी बने और अपने परिवार का नाम रोशन कर दियाl