शिक्षा एक ऐसी चीज है जिससे समाज में कई प्रकार के बदलाव देखे गए हैं। शिक्षा से लोग अपने आप को हर तरीके के व्यवहार से उच्च बनाने की कोशिश करते हैं। इसमें सबसे बड़ा बदलाव जब देखा गया जब शिक्षित लोग दहेज मुक्त शादी को बढ़ावा देते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण सिरसा जिले में भी देखने को मिला। आइए जानते है पूरी खबर।
आपको बता दें ऐलनाबाद खंड के गांव मिठनपुरा निवासी जगदीश मुंडलिया ने अपने बेटे सत्य प्रकाश की शादी राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की पल्लू तहसील के गांव पोहड़का के सहारण परिवार की बेटी मंजू से की। जिसमें उन्होंने सभी के लिए एक उदाहरण पेश किया।
बता दें, वधू पक्ष की तरफ से दहेज में लाखों रुपए दिए गए थे। लेकिन दूल्हे के परिवार ने लाखों रुपए के दहेज को गिनती करने से पहले ही लेने से मना कर दिया और एक रुपए वह नारियल उठाकर दहेज ना लेने की मिसाल पेश की।
वर पक्ष की तरफ से बहुत धूमधाम से शादी की गई और दूल्हे के पिता ने कहा कि बहू के रूप में आपकी बेटी हमारे लिए पूरा दहेज है। दूल्हा सत्य प्रकाश के चाचा रामस्वरूप ने कहा कि उनका पूरा परिवार पढ़ा लिखा है और वह आज की इस दहेज प्रथा को समाज से बाहर निकालना चाहते हैं।