उम्र के इस पड़ाव पर भी महावीर एक 20 साल के नौजवान की तरह ट्रैक पर दौड़ लगाते हैं। मास्टर एथलेटिक्स में महावीर ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। 20 साल से खेल रहे महावीर ने 200 से ज्यादा मेडल अपने नाम किए है।
जब वे रेसिंग ट्रैक पर दौड़ते हैं तो उनको दौड़ता देख कर युवाओं में भी एक अलग जोश भर जाता है और उन्हें भी प्रेरणा मिलती है। नौजवान सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि जब महावीर इस उम्र में हार नहीं मान रहे तो हम क्यों पीछे रहें।
वर्ष 1974 में बतौर कांस्टेबल हरियाणा पुलिस में भर्ती होने वाले महावीर सिंह तालियान आज मास्टर एथलेटिक्स एसोसिएशन करनाल के जनरल सेक्रेटरी हैं। वे डिपार्टमेंट से सब इंस्पेक्टर के पद से रिटायर्ड हैं। उन्होंने फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट का डिप्लोमा भी किया था। उन्होंने फिंगरप्रिंट ब्यूरो में भी 20 साल काम किया। 20 साल से ही वे मास्टर एथलेटिक्स में खेलते आ रहे हैं।
महावीर की खेलों में बचपन से ही दिलचस्पी थी। स्कूल के दिनों में भी उन्होंने खेल प्रतिस्पर्धाओं में हिस्सा लिया। कबड्डी और कुश्ती में भी उन्होंने अपना हाथ आजमाया था। कुश्ती में भी उन्होंने कई मेडल जीते हैं। कुश्ती दंगलों में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर चुके हैं और वे अपने गांव के कुश्ती प्लेयर्स में टॉपर रहे हैं।
मास्टर एथलीट में अपना परचम लहराने वाले महावीर सिंह इंटरनेशनल लेवल पर भी देश का नाम रोशन कर चुके है। उन्होंने 2015 में सिंगापुर में हुई एथलेटिक्स में हिस्सा लिया और एक गोल्ड मेडल व एक ब्रॉन्ज मेडल जीता। वे 20 साल से स्टेट और नेशनल चैम्पियनशिप में हिस्सा लेते आ रहे हैं। उन्होंने अब तक 200 मेडल जीते हैं।
महावीर बताते हैं कि वे देसी खाना खाते हैं, जिसमें दूध, केले, ड्राई फ्रूट्स, चपाती व विभिन्न तरह की दाल इस्तेमाल करते हैं। वे जंक फूड से दूर रहते हैं, क्योंकि वे मानते हैं कि जंक फूड शरीर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। उन्होंने कभी नशा नहीं किया। वे दूसरों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करते हैं। वे दूसरों को स्वस्थ रहने की भी प्रेरणा देते हैं।