अभी फिलहाल सावन का महीना चल रहा है और पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश होती जा रही है। जिस वजह से प्रदेश के ईट भट्टा उद्योग पर पिछले 2 दिनों की बारिश से बहुत नुकसान हुआ है। इसके अलावा दिल्ली एनसीआर में भी प्रदूषण बढ़ने की संभावनाएं दिख रही है।
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण में 4 दिनों के लिए ईट भट्ठों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में ईटों के दाम हरियाणा में तेजी से बढ़ने की संभावना लग रही है। ईटों के दाम बढ़ने से आम आदमी के लिए घर बनाना बहुत मुश्किल हो जाएगा।

ईट के दामों में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। भट्टे बंद होने की वजह से श्रमिकों का रोजगार भी उनसे छीन रहा है। हरियाणा के झज्जर जिले में करीब 4000 ईट के भट्टे हैं। जिनमें से 150 से अधिक बादली क्षेत्र में हैं।

बारिश की वजह से झज्जर में ईंट भट्टों का काफी नुकसान हुआ है। पिछले 2 दिन हुई बारिश का पानी वहां अब तक भरा हुआ है। इससे संभावना लगाए जा रही है कि इस भट्टे में 400,000 से भी ज्यादा कच्ची ईंटों का नुकसान हुआ है।

बारिश की वजह से कई ईटे ठीक तरह से पक्की भी नहीं हुई। ईट भट्टा मालिकों को काफी नुकसान हुआ। वहीं प्रवासी मजदूरों का रोजगार भी छिन गया। जिस वजह से बादली क्षेत्र में भाव भट्टा परिसर में 7000 से 7500 रुपए प्रति हजार ईट चल रहा है। इसके अलावा गाड़ी में ईद ले जाने का किराया अलग से देना पड़ेगा।