हरियाणा में मानसून फिर एक्टिव हो गया है। मौसम विभाग के जानकरी अनुसार हरियाणा में कल भी बारिश को लेकर यलो और ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी दी है। सूबे के 4 जिले अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र और कैथल में भारी बारिश को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की मौसम विभाग ने संभावना जताई है, इसलिए इन जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी शामिल हैं।

मौसम विभाग ने संभावना जताई है जिन जिलों में भारी बारिश होगी वहां 200 एमएम से अधिक बारिश होने की आशंका है। यलो अलर्ट वाले जिलों में 200 मिलीमीटर से कम बारिश होने की आशंका है। हरियाणा में 11 जुलाई से बाढ़ के हालात बनने शुरू हो गए थे, अभी भी कई जगह जलभराव है। इससे बीमारियां फैलने का खतरा भी बढ़ने लगा है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सूबे में अब तक बुखार के 8125, पेट से जुड़ी बीमारियों के 1932, आई फ्लू के 3 हजार, त्वचा से संबंधित रोग के 10444 व अन्य रोगों के 35249 मरीज मिल चुके हैं। इसके अलावा सांप काटने के 44 मामले सामने आए और 2 लोगों की मौत हुई है।

अंबाला में मारकंडा व बेगना नदी का पानी खेतों से होते हुए अंबाला-रुड़की नेशनल हाईवे-344 पर आ गया। यह पानी पहले से ही बाढ़ग्रस्त 5 गांवों में भी घुस गया है। इसलिए अंबाला कैंट प्रशासन की ओर से मुनादी कराई गई है। कुरुक्षेत्र में मारकंडा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। हालांकि सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि राज्य में बाढ़ को लेकर हालात अब सामान्य होने लगे हैं।
पलवल में यमुना नदी में आई बाढ़ के पानी में डूबने से बागपुर (खादर) में एक 73 वर्षीय किसान की मौत हो गई। किसान अपने खेत में फसल देखने के लिए जा रहा था। पैर फिसलने से किसान बाढ़ के पानी से बने गड्ढे में जा गिरा और पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। बागपुर चौकी पुलिस ने परिजनों के बयान पर बुजुर्ग किसान के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।

बता दें की हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, डेंगू मच्छर का लारवा 3 दिन में ही पनप रहा है। इस बार बारिश के बाद उमस तेजी से बढ़ी है, जो लारवा के पनपने के लिए अनुकूल है। ऐसे में लोगों को ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। कहीं भी पानी जमा न होने दें। डेंगू से 4 जिलों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। जींद में अब तक 50 केस सामने आ चुके हैं।

वहीं यमुनानगर में 14, रोहतक में 13, रेवाड़ी में 15 और सोनीपत में 8 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। नूंह में एक मरीज की मौत भी हुई है। इसके अलावा मलेरिया के 18 और चिकनगुनिया के 3 कंफर्म केस आ चुके हैं।