देश में हर साल हजारों छात्र जेईई और जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल होते हैं। हर किसी छात्र का ख्वाब होता है कि पढ़ाई पूरी करने के बाद उसे एक अच्छी सी जॉब मिल जाए। यानी अच्छे करियर के लिए किसी अच्छे संस्थान से पढ़ाई और फिर किसी बड़ी कंपनी में प्लेसमेंट जरूरी है। ऐसे में बड़ी संख्या में छात्र जेईई (JEE) और जेईई एडवांस (JEE Advance) परीक्षा में शामिल होते हैं।
परीक्षा में सफल होने वाले छात्र JOSAA की ओर से आयोजित काउंसलिंग के माध्यम से इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में एडमिशन लेना चाहते हैं लेकिन, इस बार दाखिला प्रक्रिया में चौंकाने वाली खबर सामने आई है।

बता दें कि अबकी बार काउंसलिंग में IIT में कंप्यूटर साइंस कोर्स से पहले मैथ और डेटा साइंस की सीटें ही भर गई हैं। ऐसे में कई मीडिया रिपोर्ट्स की अगर मानें तो आईआईटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने का क्रेज अब लगभग कम होता दिख रहा है।यानी छात्र अब कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की ओर से दूसरे कोर्सों में जाने लगे हैं।

दरअसल, गणित और वैज्ञानिक कंप्यूटिंग और सांख्यिकी और डेटा विज्ञान की सीटें भी इस बार काउंसलिंग के दौरान पहले राउंड में ही भर गई हैं जबकि कंप्यूटर साइंस की सीटें दूसरे दौर में भरी हैं। हालांकि, खास बात यह है कि तीसरे राउंड की काउंसलिंग के दौरान ही IIT कानपुर के सभी इंजीनियरिंग कोर्सेज की सीटें भर गई हैं।

IIT के एक प्रोफेसर ने बताया कि आईआईटी, एनआईटी और आईआईआईटी से पास होने के बाद छात्रों को शानदार प्लेसमेंट मिलता है. छात्र यहां से कंप्यूटर साइंस के अलावा सिविल, इलेक्ट्रिकल, गणित और डेटा साइंस जैसे कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। एडमिशन लेने के लिए आपको कम से कम जेईई मेन उत्तीर्ण करना होगा। इसके बाद, काउंसलिंग से आप का एडमिशन हो जाएगा।

दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने इस साल तीन अलग- अलग इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम भी संचालित किए हैं। ऐसे में जेईई मेन क्वालिफाइड छात्र जो बीटेक करना चाहते हैं, वे डीयू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।