जनता की सहूलियत के लिए हरियाणा सरकार हमेशा कुछ ना कुछ करती ही रहती है। चाहे वह सड़के बनाना हो, चाहे हाईवे बनाना हो, चाहे मेट्रो रेल चलानी हो और अब इसी कड़ी में हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला सामने आया है।
दिल्ली मेरठ के बाद अब हरियाणा में भी रैपिड रेल दौड़ती हुई नजर आएगी। आपको बता दें, हरियाणा सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है और अब इस योजना की फाइल केंद्रीय सरकार को भेजी जाएगी।
दिल्ली गुरुग्राम शाहजहांपुर, नीमराणा बहरोड, अलवर और दिल्ली से पानीपत आरटीएस रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को हरियाणा सरकार ने मंजूरी दे दी है। आपको बता दें, प्रस्तावित हिस्से को एलिवेटेड संरक्षण का एलिवेटेड खाता पुरानी दिल्ली गुरुग्राम के सेक्टर 17 के पार 40 और 48 के बीच और एसएनबी तक होगा।
एनसीईआरटी के प्रबंधक निर्देशक ने बताया कि दिल्ली मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का साहिबाबाद से दुबई तक 17 किलोमीटर लंबा खंड चालू होने वाला है। एनसीईआरटी राष्ट्रीय राजधानी और शहरों में सुविधा प्रदान करने और परिवहन में उच्च वृद्धि को करने के लिए एनसीआर में क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना के डिजाइन विकास और संचालन का कार्य करता है।
मंत्रालय के अनुसार एनसीईआरटी के का प्रशासनिक नियंत्रण एवं केंद्रीय आवास एवं शहरी प्रबंधक रहता है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में इसकी लंबाई 36.2 किलोमीटर जबकि हरियाणा में 66.8 किलोमीटर होगी। मुरथल से पानीपत में दो डिपो स्थापित किए जाएंगे। 103 किलोमीटर लंबे इस रूट में दिल्ली और पानीपत आरटीएस कॉरिडोर का 11.5 किलोमीटर ऊंचा हिस्सा और बाकी 91.5 किलोमीटर हिस्सा भूमि के अंदर रहेगा।