महिला और पुरुष से हटके एक और जाती हमारे बीच में रहती है जो की ट्रांसजेंडर की है। लेकिन लोग उनको बड़ी गलत नजरों से देखते हैं। इसी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने ट्रांसजेंडरों की मदद के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू किया है। हरियाणा राज्य पिछड़ा आयोग नामक एक समूह के नेता ने कुछ अन्य लोगों के साथ वीडियो चैटिंग के माध्यम से इस विचार के बारे में बताया।
उन्होंने कुछ सरकारी अधिकारियों और ट्रांसजेंडर लोगों से भी उनके विचार के बारे में बात की। आपको बता दे, अब राज्य सरकार ट्रांसजेंडर को स्कूलों और नौकरियों में विशेष अवसर देकर उनकी मदद करेगा। वह यह सुनिश्चित करने के लिए लोगों से विचार मांग रहे हैं कि इस सर्वोत्तम तरीके से कैसे करें।

सरकार इन सुझावों के आधार पर निर्णय लेगी ट्रांसजेंडर लोगों से उनके विचार और राय पूछी गई। तेजस्य महल नाम के एक ट्रांसजेंडर ने सुझाव दिया कि महिलाओं की तरह ट्रांसजेंडर लोगों को भी सरकार से मदद मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग उनके बारे में अलग तरीके से सोचते हैं, जो की बिल्कुल गलत है।

फरीदाबाद के सार्थक शर्मा नाम के एक अन्य व्यक्ति और चरखी दादरी और गुरुग्राम के लक्ष्य और गुरु अंजन सिंह नाम के दो अन्य लोगों ने कहा कि ट्रांसजेंडर लोगों के बारे में जानकारी स्कूल में पढ़ाई जानी चाहिए ताकि लोगों को उनके बारे में पता चले। जिससे कि वह अपनी मानसिकता उनके लिए बदले।

अभी ट्रांसजेंडर लोगों को विश्वविद्यालय से अपने प्रमाण पत्रों पर अपना नाम प्राप्त करने से वास्तव में लंबा समय लग जाता है। उन्हें एक प्रमाण पत्र तो मिल जाता है, लेकिन दूसरा प्रमाण पत्र मिलने में बहुत देरी हो जाती है।

जब ट्रांसजेंडर लोग सरकार में नौकरियों के लिए जाते हैं, तो उनके आवेदन हमेशा खारिज कर दिए जाते हैं। वह भी चाहते हैं कि उनके आवेदन पत्र में पुरुष और महिला की श्रेणियां के अलावा ट्रांसजेंडर लोगों की श्रेणी भी शामिल हो जाए।