भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी परीक्षा होती है। जिसमें लोगों को बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और कई बार सफलता न मिलने पर लोग निराश भी हो जाते हैं। लेकिन हरियाणा के एक युवक ने असफलता के बावजूद भी निराशता को दूर करके और कड़ी मेहनत करी और यूपीएससी को क्लियर किया।
हम बात कर रहे हैं रेवाड़ी शहर के गुलाबी बाग के रहने वाले शिवम की। जिसने यूपीएससी परीक्षा में 457 वी रैंक प्राप्त कर सफलता हासिल की। शिवम के पिता हरदयाल एक टैक्सी ड्राइवर है। पिछले दिनों टैक्सी पुरानी होने के कारण उन्होंने उसे बेच दिया था।
वह मूल रूप से गांव नांगल के रहने वाले हैं। पहली बार में शिवम ने असफलता का सामना किया था। लेकिन दूसरे प्रयास में उसने सफलता को हासिल किया। शिवम ने जवाहर नवोदय विद्यालय नेहचाना से 12वीं की पढ़ाई पूरी करी। उसके बाद आईआईटी की तैयारी की। वर्तमान में वह दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे।
वह दो बहनों के इकलौते भाई हैं। जिसमें से उनकी बड़ी बहन पूजा यादव की शादी हो चुकी है। दूसरी बहन संजू राव असम के केंद्रीय विद्यालय में फिजिक्स विषय में प्रवक्ता के पद पर कार्यगत है। शिवम की मां कमलेश देवी स्नातकोत्तर तक पड़ी है।
पिता हरदयाल का ऐसा कहना है कि भले ही वह दसवीं तक भी ना पड़े हो, लेकिन शिक्षा का महत्व उन्हें बहुत अच्छे से मालूम है। इसलिए बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए उन्होंने हमेशा से ही सपना देखा था।
कमलेश देवी घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती है। शिवम का कहना है कि जब हम अपने लक्ष्य को निर्धारित कर लेते हैं और मन में ठान लेते हैं कि हमें उसे पाना ही है, तो मेहनत करके हम उसे पा ही लेते हैं।