वायु प्रदूषण के मामले में देश भर में 132 शहरों में बल्लभगढ़ नंबर वन पर आया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वेबसाइट पर दर्शाए गए आंकड़ों में बल्लभगढ़ शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 270 था। पूरे शहर की पीएम 2.5 की मात्रा 205 पर रही। अगर आज की बात करें तो एक्यूआई 313, बल्लभगढ़ सेक्टर 11 में 274, सेक्टर 30 में 207 और सेक्टर 16 में 158 दर्ज की गई है।


बता दें कि पिछले साल बल्लभगढ़ प्रदूषण के मामले में दो बार देश में नंबर वन रह चुका है। इस साल भी अब फिर वही स्थिति नजर आ रही है। इससे साबित होता है कि प्रदूषण कम करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। बल्लभगढ़ में कुछ सामाजिक संस्थाओं ने पिछले साल बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कुछ ऐसे उपकरण दिए, जिससे वायु प्रदूषण साफ होता है, जो हवा से मिट्टी को सोखते हैं पर इन यंत्रों के बावजूद भी शहर का प्रदूषण खत्म नहीं हुआ।


बल्लभगढ़ के शहरवासियों का कहना है कि कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले लोग अपने मटीरियल को ढककर नहीं रखते, यहां तक गली-गली में कूड़े का ढेर लगा कर उसे जला देते है। अगर शहर में प्रदूषण बढ़ा है तो इसके जिम्मेदार शहर के नागरिक और सरकारी कर्मचारी हैं जो शहर की साफ सफाई की व्यवस्था पर ध्यान नहीं देते।


तो इसे कम करने के लिए कंस्ट्रक्शन के समान को ढक कर रखें। खुले में कूड़ा ना डाले और ना ही जलाए । प्रदूषण से सबसे ज्यादा हानि हमे ही होती है। बहुत सारी बीमारियां इसी कूड़े से पैदा होती है, जिससे हम लोग बीमार पड़ते है। इसलिए हमे अपने आस पास सफाई रखनी चाहिए।
