जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार बैंकों से लिया पांच बार लोन व बिना लोन चुकाए ही जमीन बेचने की आड़ में एक करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पिछले 5 सालों में अलग अलग बैंकों से पांच बार लोन लिया था। सीआईए वन टीम ने आरोपित को पंजाब के बटाला से गिरफ्तार किया है। वीरवार को उसे अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार 16 अप्रैल को ठगी होने के संबंध में मूर्ति देवी व उर्मिला वासी गांव असावरपुर जिला सोनीपत ने गांव बांसा वासी कुलवंत सिंह, पत्नी जगदीश कौर व बेटे गुरजंट तथा एक अन्य के खिलाफ एक शिकायत दी थी।
प्रॉपर्टी डीलर के माध्यम से हुआ था संपर्क
उन्होंने बताया कि एक प्रोपर्टी डीलर के माध्यम से जमीन खरीदने के लिए उनका आरोपित कुलवंत से संपर्क हुआ था। जिसके बाद दोनों पक्षों का गांव बांसा में 28 कनाल 18 मरले (3.5 एकड़ 18 मरले) जमीन का सौदा कुल एक करोड़ 13 लाख 80 हजार रुपये में तय हुआ था।
आरोपितों द्वारा उस जमीन की रजिस्ट्री शिकायतकर्ता पक्ष के नाम करवा दी गई थी। जिसके कुछ समय बाद जब शिकायतकर्ता पक्ष उक्त जमीन का इंतकाल करवाने के लिये संबंधित पटवारी के पास गये तो उन्हें पता चला कि आरोपितों द्वारा अलग-अलग समय पर विभिन्न बैंकों से उक्त जमीन पर लाखों रुपये का लोन करवाया हुआ है।
जिसके कारण संबंधित पटवारी ने उक्त जमीन का इंतकाल करने से मना कर दिया। यह देख वे सन्न रह गए। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था।
पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना
मामले की जांच करते हुए सीआईए वन की टीम ने 5 नवंबर को एएसआई सलेंद्र कुमार की अध्यक्षता में गुप्त सूचना मिलने पर छापेमारी कर आरोपित कुलवंत सिंह को पंजाब के बटाला से गिरफ्तार किया। अगले दिन अदालत में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। रिमांड के दौरान आरोपित ने उक्त वारदात स्वीकार की।
पांच साल में एक ही जमीन पर लिया कई बैंकों से लोन
पुलिस का कहना है कि वर्ष 2017 से लेकर वर्ष 2021 तक आरोपित के खिलाफ एक ही जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर अलग-अलग बैंकों से लाखों रुपये का लोन लेकर बैंको के साथ धोखाधड़ी करने का केस दर्ज हैं। जिसमें चार मामले थाना सिविल लाईन करनाल व एक मामला थाना सिविल लाइन कैथल से हैं।
इन पांचो मामलों में उसे जांच में शामिल किया जा चुका है और फिलहाल वह जमानत पर बाहर चल रहा था। आरोपित द्वारा वर्ष 2015 में स्टेट बैंक आफ बिकानेर एंड जयपुर शाखा से जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवारकर बैंक से धोखाधडी करके तीन बार 16-16 लाख रुपये का लोन करवाया था। इस संबंध में वर्ष 2017 में थाना सिविल लाईन में मामला दर्ज हैं।
IDBI बैंक से लिया करीब दो करोड़ का लोन
कुलवंत व अन्य आरोपितों द्वारा वर्ष 2019 में IDBI बैंक शाखा से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दो करोड़ 61 लाख 46 हजार 596 रुपये का लोन लेकर धोखाधडी़ की थी। इस लोन राशि में आरोपित कुलवंत ने IDBI बैंक से धोखाधड़ी करके पांच लाख रुपये का लोन लिया था।
इस संबंध में वर्ष 2019 में थाना सिविल लाईन में एक मामला दर्ज है। जांच में पता चला कि आरोपित ने धोखाधड़ी से प्राप्त राशि को अपने पुत्र व पुत्रवधू के पास अमेरिका भेज दिया वहीं बाकि राशि से अपना सारा कर्ज उतार दिया।