हरियाणा की जेलों में अब कैदियों को उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। जेल को मॉडर्न बनाने का काम किया जा रहा है। मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि जेल विभाग में कई सुधार किए जाएंगे। इसके लिए 44 विषयों की एक विस्तृत योजना पर काम किया जा रहा है। फरीदाबाद और गुरुग्राम की जेलों से इसकी शुरुआत की जा रही है। रोहतक में हाई सिक्योरिटी तथा नूंह में नई जेल बनाई जा रही है। जेलों में अच्छा इलाज मुहैया कराने के लिए प्रदेश सरकार चिकित्सा ढांचा भी तैयार कर रही है। जेल वार्डन के खाली पदों को जल्द ही नियुक्ति की जाएगी।
चौ. रणजीत सिंह ने बताया कि प्रदेश की जेलों में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर का भी सुधार किया जा रहा है और आरंभ में इस कार्य की शुरूआत अम्बाला, रोहतक और गुरुग्राम की जेलों से की जाएगी।

आपको बता दें कि ओपन जेल का यह कॉन्सेप्ट ब्रिटेन से आया था। कैदियों के पुनर्वास के उद्देश्य से इस कॉन्सेप्ट की शुरूरत की गई थी। भारत में इस कॉन्सेप्ट की शुरुआत सबसे पहले मुंबई में हुई थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश ने इसे अपनाकर दुनिया की सबसे बड़ी ओपन जेलों की सूची में अपना नाम दर्ज कराया। ओपन जेल की सफलता और कैदियों पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों को देखते हुए हरियाणा में भी ओपन जेल का कॉन्सेप्ट शुरू किया गया है।

फरीदाबाद व गुरुग्राम में ओपन जेल बनाने का काम किया जा रहा है। ओपन जेल में कैदी कैसे रहेंगे, इसका खाका विभाग की ओर से तैयार कर लिया गया है। रोहतक में हाई सिक्योरिटी जेल बना रहे हैं, जिसमें परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा और नूंह में नई जेल बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जेलों में कैदियों को कर्नाटक, महाराष्ट्र व तमिलनाडु की तर्ज पर सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।

हरियाणा की जेल भी अब अन्य राज्यों की तरह बेस्ट होगी। जेलों को मॉडर्न बनाया जाएगा ताकि एनसीआर में हरियाणा का उदाहरण दिया जा सके। बता दें कि सेंट्रल जेल अंबाला में कुल क्षमता 1228 है, जबकि 1172 कैदी हैं। रोहतक में क्षमता 1300 है लेकिन कैदी 1622, गुरुग्राम जेल की क्षमता 2412 है जबकि कैदी 2791 हैं। पूरे प्रदेश की जेलों की क्षमता 19306 कैदियों की है, लेकिन इनमें 21709 कैदी बंद हैं।
