सिरसा के डबवाली में भारत माला प्रोजेक्ट के लिए भू अधिग्रहण के बावजूद पैसा ना मिलने से नाराज 3 किसान जल ग्रह की 200 मीटर ऊंची टंकी पर चढ़ गए। इनकी पहचान सतनाम सिंह, सुरजीत सिंह, निवासी गांव जोगीवाला और राकेश भगोरिया निवासी चौटाला गांव के तौर पर गई है। बताया गया कि यह किसान बूस्टिंग स्टेशन का ताला तोड़कर जलघर की टंकी पर चढ़ गए।किसानों का कहना है कि उनकी समिति के बिना भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। उन्हें अब तक इसके एवज में कोई पैसा नहीं मिला है।
विभागीय कर्मचारियों ने उनके पानी के खाले भी नष्ट कर दिए हैं। किसानों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन और उस के दम पर कब्जा कर रहा है। अगर वह हाईवे जाम करते हैं तो इससे राहगीर प्रभावित होंगे इसलिए उन्होंने शांतिपूर्वक तरीके से विरोध करने का तरीका अपनाया है।

इससे पहले सुबह किसानों ने गांव जोगेवाला में धरना देने का निर्णय लिया था बाद में गुपचुप तरीके से गांव डबवाली में पहुंच गए। मौके पर शहर वाली थाना प्रभारी उपनिरीक्षक ओम प्रकाश पहुंचे हुए हैं भारी संख्या में पुलिस बल वह सीआरपीएफ जवान भी मौजूद है।

इससे पहले 60 मीटर चौडे़ अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन का कब्जा लेने के लिए मंगलवार को प्रशासन ने गांव शेरगढ़ के समीप सरसों की खड़ी फसल पर जेसीबी चलवा दी थी। कब्जा लेने के लिए एसडीएम राजेश पूनिया, दो डयूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार भवनेश कुमार तथा बीडीपीओ रमेश कुमार मिठरानी, दो डीएसपी संजय कुमार तथा कुलदीप सिंह सीआरपीएफ की दो कंपनियों तथा पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर रहे।

15 जेसीबी से शेरगढ़ तथा सकताखेड़ा गांव से कब्जा कार्रवाई शुरू हुई। सकताखेड़ा गांव में किसानों ने विरोध किया। जेसीबी के आगे आए चौटाला गांव निवासी राकेश फगोडिया को हिरासत में हिरासत में ले लिया था लेकिन किसानों के विरोध के बाद उसे छोड़ दिया गया। आज वो दो किसानों के साथ फिर पानी की टंकी पर चढ़ गया।

एक्सप्रेस-वे का निर्माण भारत माला परियोजना के तहत वर्ष 2019 से हो रहा है। नेशनल हाईवे अथोरिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) ने वर्ष 2025 तक इसे पूरा करना है। एक्सप्रेस-वे डबवाली में राजस्थान सीमा से पंजाब सीमा तक 34.08 किलोमीटर लंबा है। एनएचएआइ अधिकारियों का दावा है कि अमृतसर से जामनगर की दूरी 1430 किलोमीटर से घटकर 1256 रह जाएगी।

एक्सप्रेस वे से गुजरात की जामनगर, राजस्थान की बाडमेर तथा पंजाब की बठिंडा रिफाइनरी आपस में जुड़ जाएंगी। इससे डबवाली इलाके के युवाओं को सीधा फायदा होगा। डबवाली के नौ गांव चौटाला, सकताखेड़ा, अबूबशहर, शेरगढ़, अलीकां, डबवाली, जोगेवाला, सुकेराखेड़ा तथा आसाखेड़ा की जमीन पर कब्जा कार्रवाई होनी है।