आपने आज तक फिल्मों में या सीरियल में देखा होगा कि किसी व्यक्ति का घर ऐसी जगह है जहां कोई दूसरा व्यक्ति नहीं रहता और वहां उसके साथ कुछ अजीबो गरीब घटनाए होती रहती हैं। दुनिया में बहुत से ऐसे स्थान होते हैं जहां पर सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि भटकती आत्माएं भी रहती है। इस बात को हम या आप नहीं बल्कि वहां रहने वाले लोग भी अच्छे से महसूस करते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको ऐसे ही कुछ पुलिस स्टेशन के बारे में बताएंगे जहां भूतों के रहने के दावे किए जाते हैं। आप में से ऐसे बहुत लोग होंगे जो इन सब कहानियों पर यकीन भी नहीं करते होंगे। लेकिन कई बार ऐसा संयोग बन जाता है कि ये सभी कहानियां एक पल के लिए ही सही, सच लगने लगती हैं।
आज हम आपको एक ऐसी पुलिस चौकी के बारे में बता रहे हैं जो एक साल में तीन पुलिसकर्मियों की जान ले चुकी है। यह चौकी हरियाणा के पानीपत में है। लोग इसे अब भूतिया पुलिस चौकी के नाम से जानने लगे हैं। करीब एक साल पहले इस पुलिस चौकी का निर्माण हुआ था। और जब यह पुलिस चौकी बनाई गई थी तब यहां कुल 6 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी थी।

इस पुलिस चौकी में असिस्टेंस सब इंस्पेक्टर के साथ यहां एक हेड कांस्टेबल, दो एसपीओ और दो होमगार्ड के जवान तैनात थे। इनमें से अब तीन ही पुलिसकर्मी बचे हैं। बाकी तीनों की एक साल के अंदर ही मौत हो गई। इस चौकी में तैनात हेड कांस्टेबल सुनील की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके 1 महीने बाद होमगार्ड प्रदीप की भी हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई। इसके कुछ समय बाद एसपीओ को बुखार आया और अगले ही दिन एसपीओ की भी मौत हो गई।
मरने वालों में यह बात है कॉमन

अब चौथे पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल विजेंद्र भी बीमारी से पीड़ित हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। पहले जो तीन मौतें हो हो चुकी हैं उनमें कॉमन बार यह थी कि मरने से एक दिन पहले वह बीमार होते हैं और फिर दूसरे दिन उनकी मौत हो जाती है। सिविल अस्पताल पानीपत के स्टाफ और खुद इस चौकी में काम करने वाले पुलिस कर्मचारियों का दावा है कि ये सब यहां भूत की वजह से हो रहा है। किसी महिला की आत्मा यहां घूमती रहती है।
हवा में उड़ने लगते हैं तख्त

मरने वाले या बीमार कर्मचारियों के स्थान पर जब दूसरे पुलिसकर्मियों को यहां ट्रांसफर किया गया तो उन्होंने भी यह दावा किया कि इस पुलिस चौकी में कोई साया दिखाई देता है। जब वो सोते हैं तो उनके तख्त को कोई उठाता है। जिसके बाद उनका तख्त हवा में उड़ने लगता है। आलम ये है कि अब कोई भी यहां ड्यूटी करने से कतराता है। नौकरी के चलते कोई पुलिसकर्मी इस पर बोलना भी नहीं चाहता।
8 फीट से लंबा है भूत का कद- कैंटीन वाला

पानीपत के सिविल अस्पताल की कैंटीन चलाने वाले शख्स दीपक का भी यही कहना है कि यहां किसी महिला का साया घूमता है। दीपक ने दावा किया कि महिला का कद करीब 8 फुट से भी लंबा है। कुछ महीने पहले यहां एक एसपीओ का तबादला हुआ था। उसको जब इन सब चीजों का पता चला तो वह भी इस चौकी को छोड़कर चला गया।
पहले बस स्टैंड पर थी यह चौकी

बता दें कि पहले यह चौकी पानीपत के बस स्टैंड पर स्थित थी। जब बस स्टैंड की चौकी को बंद किया गया, तो अस्पताल में दिन-प्रतिदिन लड़ाई-झगड़े होते रहते थे। जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पुलिस चौकी को पानीपत के सिविल अस्पताल के गेट पर स्थापित कर दिया। जब से सिविल अस्पताल पानीपत में ये पुलिस चौकी बनी है। तब से यहां अजीबो गरीब घटनाएं घट रही हैं।
कुछ लोग इसे इत्तेफाक कहते हैं तो कुछ इस पुलिस चौकी पर भूत का साया बता रहे हैं। नाम ना बताने की शर्त पर यहां काम कर रहे पुलिसकर्मी ही दबी जुबान में मौतों के लिए भूत प्रेत को जिम्मेदार बता रहे हैं। यहां काम करने वाले पुलिस कर्मचारी अब इस पोस्ट को यहां से हटाने की मांग कर रहे हैं।
इस शर्त पर बताई बात

बता दें इससे पहले उत्तरप्रदेश के बलिया जिले में स्थित सिकन्दरपुर पुलिस स्टेशन, उत्तरप्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित शाहपुर पुलिस स्टेशन और मुंबई का गोरे गांव पुलिस स्टेशन को भी भूतिया माना जाता है। नाम ना बताने की शर्त पर कुछ सिविल अस्तपाल के स्टाफ और चौकी में काम करने वाले पुलिसकर्मियों ने भी भूत प्रेत के होने का दावा किया है।
नोट: पहचान फरीदाबाद भूत प्रेत होने की पुष्टि नहीं करता और ना ही हम अंधविश्वास को बढ़ावा देना चाहते हैं। यह रिपोर्ट पुलिसकर्मियों की मौत और उसको लेकर फैली अफवाहों पर आधारित है।