रेलवे दक्षिण हरियाणा को एक और बड़ी सौगात देने जा रहा है और इसका रास्ता भी साफ हो गया है। केंद्र सरकार ने इसे अपने बजट में भी प्रावधान के रूप में शामिल कर लिया है। इसके बाद कभी भी इसके काम की शुरुआत की जा सकती है। दक्षिण हरियाणा के प्रमुख शहर रेवाड़ी में जल्द ही दस एकड़ में विद्युत डिपो बनाने के प्रोजेक्ट को स्वीकार कर लिया गया है। संभावना जताई जा रही है कि इसके निर्माण से आस-पास के इलाकों को काफी अधिक लाभ भी होगा। रोजगार के नजरिए से देखें तो भी इसका फायदा लोगों को मिलेगा।
बता दें कि इससे पहले नांगल चौधरी के पास 886.78 एकड़ में लॉजिस्टिक हब का निर्माण तेज गति से किया जा रहा है। जिससे विदेशी निवेश को लाने का प्रयास है, ताकि साऊथ हरियाणा के अधिक से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सके।

इस लॉजिस्टिक हब को स्पेशल रेल लाईन से जोड़ा जाएगा, जिस पर 150 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसका लाभ भी आसपास के लोगों को मिलेगा तथा बिजनेस के नए रास्ते भी खुलेंगे और वहां का पिछड़ापन भी दूर होगा। लोगों को इस हब से काफी अधिक संभावनाएं दिखाई दे रही हैं। इलाके को इसका बेसब्री से इंतजार है।
विद्युत डिपो को मिली रेलवे की पिंक बुक में जगह

इसके साथ ही सरकार ने रेवाड़ी में विद्युत डिपो के प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। वर्ष 2022-23 के बजट में इसका प्रावधान भी कर दिया गया है, यही नहीं बल्कि रेलवे ने अपनी पिंक बुक में विद्युत डिपो दर्ज कर लिया है।
रेलवे की पिंक बुक में उन्हीं परियोजनाओं को स्थान मिलता है, जिन पर काम शुरू करना हो। माना जा रहा है कि पिंक बुक में स्थान मिलने के बाद अब जल्द ही रेवाड़ी में विद्युत डिपो बनाने का काम शुरू होने वाला है।

बताया गया है कि रेवाड़ी के रामनगर में यह डिपो करीब 10 एकड़ भूमि पर विकसित किया जाएगा, जिस पर 291 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। इस विद्युत डिपो में एक साथ 200 इंजन खड़े करने की क्षमता होगी।
इन सुविधाओं से होगा लैस
यह भी बता दें कि रेवाड़ी में बनने वाले इस डिपो को 2010 में स्वीकृति दी गई थी। मगर तभी से यह प्रोजेक्ट फाईलों में बंद पड़ा था। मगर अब जैसे ही इसे पिंक बुक में शामिल किया गया है, तो केंद्रीय बजट में भी इसे शामिल कर लिया गया है। जिसके बाद इसके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।

इसके साथ ही रेवाड़ी को एक पीटी रेलवे लाइन मिलने की भी संभावना जताई जा रही है। यदि ऐसा हुआ तो साऊथ हरियाणा को विश्व स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी और इससे इस इलाके में रोजगार व बिजनेस की आपार संभावना बनने लगेगी।

इनके अलावा भी रेवाड़ी के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक रूप दिया जा रहा है। जिसके अंतर्गत स्टॉफ क्वार्टर को मोडीफाई करने के अलावा स्टेशन पर पेयजल की सुविधा तथा कई स्टेशनों पर ऑटोमैटिक धुलाई संयंत्र लगाए जाएंगे। इसके अलावा 12 स्टेशनों पर लिफ्ट व एक्सीलेटर सीढियां बनाई जाएंगी।