हमारे देश में ऐसे बहुत से महान व्यक्ति हैं, जिन्होंने देश को कुछ ना कुछ दिया है। ऐसे ही एक महान व्यक्ति हैं हरियाणा के रतन बाबू राजेंद्रनाथ। जिन्होंने देश को पहली स्वदेशी मिक्सी दी थीं।

लेकिन आज हमें बड़े ही दुःख के साथ बताना पड़ रहा है कि रतन बाबू राजेंद्रनाथ अब इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। दरअसल उन्होंने अपनी अंतिम सांस शुक्रवार की सुबह ली। उनकी आयु 88 वर्ष की हो चुकीं थीं। चमन वाटिका में उनका अंतिम संस्कार किया गया।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अंबाला के मिक्सी बाजार को कायम करने में राजेंद्रनाथ का बड़ा हाथ था।
उनके जीवन काल की बात करे तो, उनका जन्म 18 अगस्त 1934 को जालंधर के एक पढ़े लिखे परिवार में हुआ। उन्होंने सन 1954 में डीएवी कालेज जालंधर से अपनी ग्रेजुएशन की थी। वह हरियाणा चैंबर आफ कामर्स के प्रधान पद पर काफ़ी लंबे समय तक रहे।

इसके साथ ही वह वर्तमान में डीएवी कालेज मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट, हरियाणा के सभी डीएवी कालेजों की गवर्निंग बाडी के सदस्य, अंबाला शहर मुरलीधर डीएवी पब्लिक स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल माडल टाउन, सोहन लाल डीएवी गर्ल्स सीसे स्कूल अंबाला शहर, आर्य सीसे स्कूल अंबाला शहर आदि सभी के चेयरमैन थे। इसके अलावा वह अंबाला से बाहर भी बहुत से स्कूलों के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन थे।
इसके साथ ही जालंधर मे डीएवी यूनिवर्सिटी जालंधर को बनाने में भी उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। इन सब पदो के अलावा उन्होंने देश को सन 1966 में पहली स्वदेशी मिक्सी दी थीं। मिक्सी बनने के बाद उसे दिल्ली की मार्केट में उतारा गया था। इस वजह से वह मिक्सी मैन के नाम से भी मशहूर थे।