आए दिन देश में बढ़ते प्लास्टिक के कचरे की समस्या मंडरा रहीं हैं। इस बढ़ते प्लास्टिक के कचरे का कारण है बढ़ती जनसंख्या, क्योंकि जितने ज्यादा लोग होंगे उतना ही देश में कचरा बढ़ेगा। हालाकि सभी राज्यों ने प्लास्टिक के कचरे की समस्या को कम करने के लिए अलग अलग नियम बनाएं हुए हैं।

लेकिन हरियाणा सरकार ने इस समस्या से निजात पाने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है।इस अनूठी पहल के बाद से अब हरियाणा में सड़कें प्लास्टिक के कचरे को उपयोग करके बनाई जाएंगी। सबसे पहले प्लास्टिक के कचरे से सड़क हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली में बनेंगी। जानकारी के लिए बता दें कि ये सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई जानी है।

इस संबंध में अभी हाल ही में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के बीच बैठक हुई थीं, जिसमे ये निर्णय लिया गया कि डबवाली में सड़कों की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। उपमुख्यमंत्री के आदेश के बाद विभाग 12 फीट चौडी रोड को 18 फीट चौड़ी करेगी।
मिली हुई जानकारी के मुताबिक़ डबवाली इलाके की ये सड़कें नैनो टेक्नोलॉजी से बनाई जाएंगी। जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा में पहली बार इस तकनीक का प्रयोग होने जा रहा है। वहीं फिलहाल लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इस नैनो टेक्नोलॉजी के बारे में ज़्यादा नहीं जानते, उनके मुताबिक़ सड़कें सिर्फ़ पत्थर और सीमेंट से ही बनती है।

लोक निर्माण के अधिकारियों का कहना है कि नैनो टेक्नोलॉजी से रोड़ की थिकनेस कम हो जाती है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि सावंतखेड़ा से वाया दिवानखेड़ा, खुइयां मलकाना, मलिकपुरा, रामपुरा बिश्नोइयां और झुट्टीखेड़ा में रोड इस तकनीक से ही बनाया जाएगा। ये रोड़ करीब 23.900 किलोमीटर लंबी होंगी, जिस पर 1427.86 लाख रुपये के लागत का खर्च आएगा।