हरियाणा के लोगों के लिए राहत की खबर है. जो 12 जिले बाढ़ से ग्रस्त हैं अब उनमें से 10 जिलों में जलस्तर घटने लगा है. पलवल में यमुना नदी का जलस्तर 2 फीट कम हो गया है. घग्गर नदी दो जिलों में तबाही मचा रही है. सिरसा में तीन जगहों पर नदी का बांध टूट गया है. इससे 16 गांवों की 5,000 एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. 48 घंटे में 6 जगहों पर नदी का बांध टूट गया है. 24 गांव ऐसे हैं, जहां पर 8,000 एकड़ फसल पूर्ण रूप से डूब चुकी है, लोग पलायन करने को मजबूर हैं.

मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है. हालांकि, पूर्ण रूप से बारिश केवल 4 जिलों में ही देखने को मिलेगी. साथ ही, मौसम विभाग ने इसे लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया है. बता दें कि मौसम विभाग ने उत्तरी हरियाणा के चार जिलों पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.

फतेहाबाद में घग्गर का पानी बहने से टोहाना, जाखल, रतिया क्षेत्र के 79 गांवों की करीब 69 हजार एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. जाखल मंडी में हैफेड के गोदामों के बाहर जलभराव हो गया. अब पानी फतेहाबाद की ओर बढ़ रहा है. देर रात तक यह शहर के बाइपास पर पहुंच गया. प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए सेना की 4 टुकड़ियां बुलाई हैं.

हरियाणा के अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, कैथल, करनाल, कुरूक्षेत्र, पानीपत, पंचकुला, पलवल, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. 5.50 लाख एकड़ से ज्यादा फसल बर्बाद हो गई है. राहत और बचाव के लिए अंबाला, फरीदाबाद, फतेहाबाद, कैथल, करनाल, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. अंबाला, कैथल, यमुनानगर में भी सेना बुलानी पड़ी.

46,221 लोगों को राहत सामग्री दी गई. 24 घंटे में 87 और गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया. 518 और लोगों को बचाया. इनमें से 358 को शिविरों में भेजा गया है. बाढ़ से कुल 1298 गांव प्रभावित हुए हैं. 5,917 लोगों को बचाया. 37 कैंपों में 2852 लोग रह रहे हैं. 46,221 को राहत सामग्री दी गयी. बारिश- बाढ़ और बिजली गिरने से 33 मौतें हो चुकी हैं.