हरियाणा में आज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. 16 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है. पहाड़ों पर हो रही बारिश से यमुना का जलस्तर बढ़ने की भी आशंका है. इससे यमुनानगर, करनाल और पानीपत में बाढ़ के कारण भूमि कटाव का खतरा पैदा हो गया है. 7 घायल और 2 लोग अभी भी लापता हैं. 461 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. एनडीआरएफ की टीमें अंबाला, फरीदाबाद, फतेहाबाद और सिरसा में तैनात हैं. फतेहाबाद में सेना तैनात है.
हरियाणा में जिन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है उनमें रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पंचकुला, करनाल, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, कैथल, महेंद्रगढ़ और पानीपत शामिल हैं. अंबाला और करनाल में ज्यादा नुकसान हुआ है.
हरियाणा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है. राज्य में बाढ़ के कारण अब तक 5.14 लाख एकड़ में खड़ी फसल को नुकसान हुआ है. पिछले 24 घंटे में 8,195 एकड़ फसल में पानी घुस गया है. अब तक राज्य के 1,463 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. कुरुक्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने अवकाश रद्द कर दिया है.
मौसम विभाग ने बताया है कि मानसून ट्रफ अगले एक- दो दिनों में सामान्य स्थिति के उत्तर की तरफ बढ़ने की संभावना से अरबसागर की तरफ से नमी वाली हवाएं राज्य की तरफ आने की पूरी संभावना बन रही है जिससे हरियाणा में 24 जुलाई रात्रि से मौसम में फिर से बदलाव होगा. राज्य के ज्यादातर जिलों में हवाओं के साथ 25 जुलाई से 27 जुलाई के दौरान बीच-बीच में बारिश होगी.