हरियाणा में पैसों की कमी के कारण अब कोई भी गरीब बच्चा उच्चतर शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा. प्रदेश सरकार ऐसे गरीब बच्चों की फीस वहन करेगी. यह निर्णय मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई स्थायी वित्त समिति की बैठक में लिया गया. ऐसे में हरियाणा में गरीब बच्चों के लिए यह बड़ा तोहफा है जिससे काफी राहत भी मिलेगी. दरअसल, कालेजों में फीस अधिक होने की वजह से गरीब बच्चे नहीं पढ़ पाते हैं.
मौजूदा समय की बात की जाए तो इस समय राज्य में शिक्षा की नई योजना के तहत अब गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में जाने का मौका दिया जा रहा है. सरकार के इस कदम से राज्य के गरीब बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो रहा है. नई शिक्षा योजना के तहत सरकार ऐसे बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठा रही है जिनके परिवार की वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार से कम है. ऐसे बच्चों को आर्थिक रूप से कमजोर मानते हुए निजी स्कूलों में दाखिला दिलाया जा रहा है. इस योजना के तहत कक्षा दूसरी से बारहवीं कक्षा तक बच्चों को प्रवेश दिया जा रहा है.
इस नई योजना के तहत बच्चों की फीस सरकार वहन कर रही है. जिसमें कक्षा दूसरी से पांचवीं तक के प्रत्येक बच्चे को प्रति माह 200 रुपये फीस के रूप में निजी स्कूलों को दिए जाए रहे हैं. कक्षा 6 से 8 तक के प्रत्येक बच्चे की 900 रुपये और कक्षा 9 से 12 तक के प्रत्येक बच्चे की 1100 रुपये की फीस सरकार वहन कर रही है.