हरियाणा में ग्रुप सी के 32,000 पदों पर भर्तियां की जानी है. इन पदों पर भर्तियों के लिए सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) का आयोजन किया गया था। HSSC CET क्वालीफाई उम्मीदवारों में से पदों के चार गुना उम्मीदवारों को CET Mains परीक्षा के लिए आमंत्रित किया गया था।
विभिन्न पदों को अलग- अलग ग्रुप में विभाजित किया गया है। HSSC का कहना है कि सभी पदों के लिए परीक्षा ग्रुपों के आधार पर ही ली जाएगी। इसी के आधार पर सबसे पहले ग्रुप नंबर 56 और 57 की परीक्षा आयोजित की गई।

6 अगस्त 2023 को ग्रुप नंबर 57 और 7 अगस्त 2023 को ग्रुप नंबर 56 की परीक्षा का आयोजन किया गया। पहले इन परीक्षा की तारीख 5 और 6 अगस्त निर्धारित की गई थी मगर कोर्ट ने ग्रुप नंबर 56 की परीक्षा पर स्टे लगा दिया। इसके बाद, उम्मीदवारों को यह ज्ञात ही नहीं था की परीक्षा होगी या फिर नहीं।
हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने HSSC के सीईटी स्कोर सूची को रद्द कर दिया था पर आयोग ने देर रात इस फैसले पर अपील दायर कर दी। सुबह सुनवाई हुई और पेपर कराने की अनुमति मिलने के बाद एचएमएससी ने ग्रुप 56 का स्थगित पेपर 07 अगस्त को करवाने का पब्लिक नोटिस जारी किया।

जैसे- तैसे परीक्षा का आयोजन किया गया और फिर परीक्षा के आयोजन के बाद अब एक बड़ा घमासान छिड़ गया है। आपको बता दें कि ग्रुप नंबर 57 की परीक्षा होने के बाद जब 7 अगस्त को ग्रुप नंबर 56 की परीक्षा का आयोजन किया गया तो उसके प्रश्न पत्र में 41 सवाल ग्रुप नंबर 57 के प्रश्न पत्र से रिपीट हो गए। जी हां, यानी कि पहले दिन हुई परीक्षा से हूंबहु 41 सवाल अगले दिन की परीक्षा में आ गए।
ग्रुप 57 में 37,657 उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए योग्य पाया गया था जबकि ग्रुप संख्या 56 में 30,704 उम्मीदवारों को योग्य माना गया था। दोनो ग्रुपों के लिए परीक्षा ओएमआर आधारित हुई है और कुल 100 सवाल पूछे गए हैं।

ग्रुप 56 में 6419 पद है जबकि ग्रुप 57 में 5,697 पद है. ऐसे में यह जो उम्मीदवार जिन्होंने ग्रुप 56 और 57 दोनों का पेपर दिया उन्हें शायद थोड़ा लाभ हो सकता है। हर कोई अपने प्रश्नपत्र का मिलान करता है कि उन्होंने कितने प्रश्न ठीक किए हैं और कितने गलत है। ऐसे में अगले दिन पेपर देने वाले उम्मीदवारों ने 41 सवाल वही देखें जो उन्होंने कल किए थे।

दोनों परीक्षाओं में सवाल रिपीट होने की वजह से हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग भी हंसी का पात्र बन चुका है। पहले भी व्यक्तिगत प्रश्न पूछे जाने पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का मजाक बनाया गया था। अभी तक आयोग की तरफ से इन रिपीट सवालों पर कोई भी सफाई नहीं दी गई है।