आज पूरा देश खुशियां मना रहा है। जैसे कि हम सभी जानते ही हैं कि कल चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग हुई है, जो की सभी भारतवासियों के लिए एक गौरव की बात है। सभी लोग बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं और चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग में हरियाणा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
आपको बता दें, विक्रम के सुरक्षित उतरते ही रोहतक की फास्टनर्स कंपनी का हर कर्मचारी नाचने लग गया। शहर की निजी कंपनी ने इसरो को 60 लाख से अधिक कलपुर्जे भेजे थे। अगर बात करें, रेवाड़ी की तो वहां की कंपनी ने चंद्रयान के लिए 55 किलोमीटर लंबा तार तैयार किया था।

जैसे ही विक्रम ने सुरक्षित लैंडिंग करी थी। वहां के सभी लोग भावुक हो गए थे। खासतौर पर बात करें तो फास्टनर्स कंपनी के एमडी जसमेर लाठर भाव खो गए थे। उधर नट बोल्ट निर्माता कंपनी के मालिक राजेश जैन ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता इसरो व देश के लिए बड़ी उपलब्धि है। हमें भी इस सफलता में फास्ट नर्स कंपनी के जरिए जुड़ने का मौका मिला।

आपको बता दें, चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग में रेवाड़ी के बने तारों का भी खास योगदान रहा। चंद्रयान 3 में अधिकतर स्पेशल केवल रेवाड़ी स्थित कंपनी थर्मो कैब में तैयार हुए थे। जैसे ही विक्रम ने चांद को छुआ था, पूरी कंपनी में खुशी का माहौल दौड़ उठा था। आपको बता दें, कंपनियों के साथ-साथ हरियाणा के साइंटिस्ट भी चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग में सहयोगी हैं।

आपको बता दें, करनाल के दीपांशु और उनकी पत्नी ऐश्वर्या ने भी इसमें अपना पूर्ण योगदान दिया है। जब चंद्रयान-2 असफल हुआ था तब वह दोनों काफी निराश हुए थे। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं आ हारी और अब उनकी मेहनत रंग लाई। चंद्रयान 3 चांद पर बिलकुल सेफ लैंड हुआ। जिसके बाद उनके परिवार में भी काफी खुशी कम हाल था।

उनके पूरे परिवार ने मिठाई बाटी, केक काटा और हर तरफ खुशी का माहौल छाया रहा। चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर हरियाणा के गांव बड़सी जाटान में भी जश्न मनाया गया। बता दे यहां के साइंटिस्ट देवेश के परिजनों ने भी अपनी खुशी जताई। देवेश ने भी चंद्रयान 3 मिशन में काफी मेहनत की है। करीब 1 महीने पहले चंद्रयान-3 का सफल परीक्षण रहा था।

इसमें देवेश ने कई पहलुओं पर काम किया। देवेश ओला की शानदार उपलब्धि पर उनके ग्रामीण परिजन व शुभचिंतक खुशी के मारे फुल नहीं समा रहे थे। हैदराबाद में रह रहे देवेश के पिता सज्जन कुमार ओला और मां सुशीला देवी ने भी खूब जश्न मनाया। चंद्रयान-3 की लैंडिंग के दौरान जो उन पलों से जुड़ी जानकारी देश और दुनिया तक पहुंच रही थी वह भी हरियाणा की ही बहु है।

हिंदी के साथ-साथ इंग्लिश में भी लाइव टेलीकास्ट यह चल रहा था। आपको बता दे, जो इस जानकारी को दे रही थी वह कोई और वैज्ञानिक नहीं बल्कि हरियाणा के अंबाला की बहू आरुषि सेठ है। आरुषि सेठ इसरो में अंतरिक्ष वैज्ञानिक है और चंद्रयान-3 में विक्रम लैंडर कंट्रोल यूनिट में कार्यरत है।

जो इतिहास रचने में उन फलों के दौरान विक्रम ब्लेंडर कंट्रोल यूनिट की जिम्मेदारी संभाल रही थी। पल -पल की अपडेट आरुषि सेठ पूरे देश और दुनिया को दे रही थी। भारत के चंद्रयान 3 ने चांद पर अपना कदम रख कर विश्व का इतिहास रच दिया है।

चंद्रयान 3 की इस सफलता में फरीदाबाद शहर ने भी मुख्य योगदान दिया है। शहर के एक कंपनी Northern Tools & Gauges Private Limited ने रॉकेट के एल्यूमिनियम के पार्ट्स बनाने में अपना योगदान दिया है। आपको बता दे, सेक्टर 24 में स्थित इस प्राइवेट कंपनी के AMD सुनील गुलाटी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि उनकी कंपनी को इसके योगदान के लिए याद किया जाएगा।

साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि, उनकी कंपनी ने चंद्रयान 3 के लिए एल्यूमिनियम के 13 से 14 parts भी बनाए है। चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के चलते सभी भारतवासियों के सर गर्व से ऊंचा कर दिया है।