हरियाणा की कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास करती ही रहती है। हमेशा देखा गया है कि कहीं ना कहीं से नए हाईवे बनाना, नए एक्सप्रेसवे बनाना, सरकार की योजनाओं में आता रहता है। अब इसी कड़ी में पानीपत से चौटाला, हिसार से रेवाड़ी और अंबाला से दिल्ली के बीच में एक और नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है।
राज्य सरकार ने केंद्र सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्रालय को तीनों राजमार्गों की अनुमति के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। आपको बता दे, यमुना के किनारे अंबाला और दिल्ली के बीच यह नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। जो कि चंडीगढ़ और दिल्ली की दूरी को ढाई घंटे की कर देगा।

यमुना के किनारे राजमार्ग से जीटी रोड पर यातायात की भीड़ भी कहीं ना कहीं कम होती हुई दिखाई देगी। जाम से भी लोगों को राहत मिलेगी। तीन नए राजमार्गों की मंजूरी देने के लिए उन्होंने केंद्रीय सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात भी की है।

आपको बता दे, उन्होंने अभी इसकी परियोजना की रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट स्वीकार होने के बाद राजमार्ग पर काम शुरू हो जाएगा और उम्मीद जताई जा रही है कि अगले वर्ष से राजमार्ग पर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वह एनएचएआई के अधिकारियों से मिलेंगे और जल्द ही डीपीआर तैयार करवाएंगे। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यह सारी जानकारी दी है।

आपको बता दे, नए हाईवे बनने से दिल्ली से हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल और जम्मू कश्मीर जाना आसान हो जाएगा। नई दिल्ली से अक्षरधाम से सड़क अंबाला तक जाएगी। अंबाला से चंडीगढ़ के बीच पहले से ही 6 लेन का राष्ट्रीय राजमार्ग बना है। नए फ्लावर भी इसके बीच बनाए जाएंगे।

आपको बता दे, चौटाला गांव से पानीपत तक का एक नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस पर भी बनाया जा रहा है।इससे बीकानेर से मेरठ तक सीधी सड़क होगी। यह गांव पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का जन्म स्थान भी है।