सोशल मीडिया पर कई किस्से अपने ऐसे सुने होंगे जिसमें बेटे ने मां की इच्छा पूरी करने के लिए कई अनोखे कार्य किए है। ऐसा ही एक और किस्सा आज हम आपको बताने वाले हैं। मां का बहुत मन था कि उत्तराखंड में केदारनाथ दर्शन कर सकें, लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से वह केदारनाथ नहीं जा सकी। तो बेटे ने इंदौर में ही उसे मूर्त रूप देने का निर्णय लिया।
आपको बता दे, फिर वहां केदारनाथ धाम को आकार देकर सभी को हैरान कर दिया। अब वह अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में केदारनाथ को मूर्त रूप देने की तैयारी में लगे हुए हैं। हम बात कर रहे हैं इंदौर के रहने वाले संजय की। जिन्हें केदार धाम का मंदिर तैयार करने में अलग ही मजा आता है।

संजय का कहना है की मां को केदारनाथ के दर्शन करने के लिए दो बार हेलीकॉप्टर की टिकट ली, लेकिन प्राकृतिक आपदा और मौसम खराब होने की वजह से नहीं जा सके। उसे दौरान मां बहुत ज्यादा भावुक हो गई। तभी मैंने सोचा कि इंदौर में ही केदारनाथ को तैयार किया जाए ताकि यहां की हर मां वहां के दर्शन कर सके।

कड़ी मेहनत कर 3 साल पहले ही उत्तराखंड के केदार धाम के तर्ज पर इंदौर में ही मंदिर बनाकर हर किसी को हैरान कर दिया। उस समय इंदौर में धाम के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। उसे देख उन्हें बहुत अच्छा लगा। इसके बाद उन्होंने अन्य स्थानों पर भी केदार धाम को मूर्त रूप देने का सोचा।

उन्होंने बताया कि केदार धाम को तैयार करने में 10 दिनों का समय लगता है। जिसके लिए उनके साथ 12 कारीगर मिलकर दिन-रात मेहनत करते हैं। धाम को तैयार करने के लिए लोहा, प्लाई बोर्ड, लाइट, कपड़ा, फाइबर और पुट्टी का इस्तेमाल किया जाता है। फिलहाल अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में इसे मूर्त रूप देने की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है।

7 दिसंबर से यह महोत्सव शुरू होने वाला है और उसकी तैयारी काफी पहले से ही होनी शुरू हो जाती हैं। पहली बार धर्मनगर कुरुक्षेत्र में तैयार हो रहे केदार धाम को लेकर सभी लोग बहुत उत्साहित हैं। जल्द ही लोग ब्रह्म सरोवर के तट पर केदारनाथ धाम के दर्शन कर पाएंगे।