हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से पूरेे हरियाणा की मैपिंग करवाने का निर्णय लिया गया है ताकि किसी भी जगह पर उनकी आवश्यकतानुसार के स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि हम स्वास्थ्य विभाग को नंबर एक पर लाएंगे। राज्य की किस जगह पर किस चीज की आवश्यकता हैं, कहां पर अस्पताल की जरूरत है, कहां पर पीएचसी की जरूरत है, कहां पर कितने बैेड का अस्पताल होना चाहिए और जहां-जहां पर जो जरूरत होगी, उसको पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में लगभग 30 प्रतिशत ओपीडी हैं और अस्पतालों में कैथलैब लगाई गई है तथा शेष अस्पतालों में भी लगाने जा रहे हैं।
इसके अलावा पूरे प्रदेश में डायलिसिस सेवा को भी शुरू कर दिया गया है और कुछ शेष जिलों में जल्द ही ये सेवा चालू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में एमआईआर, सीटी स्कैन, अल्ट्रासांउड की मशीनों के साथ-साथ आईसीयू भी बनाए गए हैं तथा वेंटिलेंटर की उपलब्धता भी हर जिलें में मुहैया करवाई गई है।
हरियाणा में लगभग 1250 से अधिक डाक्टरों की होगी भर्ती
उन्होंने कहा कि हम हरियाणा में लगभग 1250 से अधिक डाक्टरों की भर्ती करने जा रहे है। उन्होंने कहा कि इन डाक्टरों की भर्ती होने के बाद राज्य में डाक्टरों की कमी नहीं रहेगी।
इसके अलावा, डाक्टरों के स्पेशलिस्ट कॉडर को भी बनाया जा रहा है ताकि भर्ती ही स्पेशलिस्ट डाक्टर हों। उन्होंने कहा कि जहां-जहां पर जिस-जिस स्पेशलिस्ट की जरूरत होगी उस संख्या से आगे स्पेशलिस्ट डाक्टर की भर्ती होगी।
राज्य मेें लॉ एंड आर्डर नियंत्रण में
विज ने कहा कि लॉ एंड आर्डर पूरी से नियंत्रण में है और व्यक्ति की फरियाद सुनी जाती है तथा जहां कहीं भी कार्यवाही की आवश्यकता होती है तो उसे किया जाता है।
हरियाणा में नारकोटिक्स ब्यूरो का गठन
ड्रग्स के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि ड्रग्स के कारोबार को समाप्त करने के लिए हम पूरी तरह से लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसी दिशा में हरियाणा में नारकोटिक्स ब्यूरो का गठन किया गया है।
स्कूल, अस्पताल या इंडस्ट्रीज में जाने के लिए मानना होगा ड्रेस कोड
हिजाब के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि हर आदमी को क्या भेषभूषा डालनी है, उसका अधिकार है, लेकिन अगर उसने स्कूल, अस्पताल या किसी इंडस्ट्री में जाना है तो वहां के ड्रैस कोड को मानना पडेगा।