हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में कमर्शियल-ड्राइवरों को बेहतरीन प्रशिक्षण देने के लिए ‘सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस’ खोलने पर विचार कर रही है। इस संबंध में आज ‘ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ऑफ इंडिया’ (टीसीआई) के एच.आर हैड पी.के जैन ने उनसे मुलाकात की है। डिप्टी सीएम ने कहा कि वर्तमान समय में प्राइवेट सेक्टर में ऑटो-रिक्शा से लेकर बड़े ट्रक चलाने के लिए कमर्शियल-ड्राइवरों की आवश्यकता पड़ती है, परन्तु अच्छे तकनीकी ज्ञान व प्रशिक्षण की कमी के चलते कमर्शियल-ड्राइवरों को ज्यादा वेतन नहीं मिल पाता है। हमारा प्रयास है कि किसी बड़ी कंपनी के सीएसआर के तहत राज्य में कमर्शियल-ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने के लिए ‘सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस’ खोला जाए।
उन्होंने बताया कि आज ‘ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ऑफ इंडिया’ (टीसीआई) की ओर से उनको प्रस्ताव दिया गया है, जल्द ही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में जमीन उपलब्ध करवा कर ‘सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस’ खोल दिया जाए। प्रस्ताव के तहत हर वर्ष करीब 5,000 युवाओं को ड्राईविंग का प्रमाणित प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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दुष्यंत चौटाला ने बताया कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक उद्योग एवं प्रशिक्षण संस्थान शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है ताकि गांव के युवाओं को उनके घर के नजदीक प्रशिक्षण व रोजगार हासिल हो सके।
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उन्होंने बताया कि वे बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर आईटीआई व पॉलिटेक्निक संस्थानों के युवाओं को आधुनिक तकनीक से संबंधित प्रशिक्षण दिलवा रहे हैं ताकि कंपनी को उनकी वर्तमान जरूरत के अनुसार कौशलयुक्त युवा मिल सकें।
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युवाओं को भी अपना कोर्स करने के बाद अप्रैंटिशिप नहीं करनी पड़ेगी। इससे युवाओं को नौकरी के आरंभ में भी अच्छा-खासा वेतन मिल सकेगा। इस अवसर पर ‘ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया’ के CSR हैड डॉ. मुनीष कुमार व एसोचैम के प्रतिनिधि विनीत अग्रवाल भी उपस्थित थे।