दिल्ली से कटरा जाने के लिए अब लोगों को कुल 21 टोल प्लाजा से गुजरना होगा। अब फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के दूसरे पैकेज के बाद पहले पैकेज का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है। रोहतक जिले से पहले पैकेज का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। झज्जर जिले में जसौर खेड़ी गांव के पास केएमपी एक्सप्रेसवे से कटरा एक्सप्रेसवे शुरू होगा। जसौर खेड़ी से रोहतक की सीमा तक खेतों में लबालब पानी भरा हुआ है और इसकी वजह से मिट्टी मिलने में परेशानी हो रही है। इस कारण कुछ दिनों बाद यहां पर मिट्टी भरने का काम शुरू होगा। ऐसे में उम्मीद है कि जीरो प्वाइंट जसौर खेड़ी से भी कुछ दिनों बाद कटरा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू हो।
बता दें कि लगभग एक महीने पहले कटरा एक्सप्रेसवे के दूसरे पैकेज का निर्माण कार्य शुरू हो गया था। केएमपी से लेकर जींद के गंगाना तक दाे पैकेजों का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट (PIU) सोनीपत की ओर से करवाया जाएगा।

इस पर करीब दो हजार करोड़ की राशि खर्च होगी। जींद से आगे पंजाब बार्डर तक इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पीआइयू भिवानी की ओर से करवाया जाएगा। एनएचएआई की ओर से केएमपी के जसौर खेड़ी से आगे दिल्ली सीमा में बनने वाले अर्बन एक्सटेंशन रोड तक कटरा एक्सप्रेसवे का विस्तार करने पर विचार किया जा रहा है।

अगर इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिली और एक्सटेंशन के लिए जमीन मुहैया हुई तो कटरा एक्सप्रेस का जुड़ाव दिल्ली की सीमा के अंदर तक हो जाएगा। दिल्ली के लोग व सरकार भी यहीं चाहती है कि कटरा एक्सप्रेस का जुड़ाव सीधा दिल्ली से ही हो जाए।
पहले चरण में 12 पैकेजों के तहत होगा निर्माण

एनएचएआई की ओर से इस एक्सप्रेसवे का निर्माण पहले चरण में 12 पैकेजों के तहत किया जाएगा। केएमपी के जसौर खेड़ी प्वाइंट से लेकर पंजाब के गुरदासपुर तक करीब 397 किलोमीटर लंबी इस एक्सप्रेस वे पर करीब 12 हजार 915 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे की 135 किमी तो पंजाब में गुरदासपुर तक इसकी लंबाई करीब 262 किमी रहेगी। वैसे हरियाणा में केएमपी के पास जसौर खेड़ी से लेकर कटरा तक 600 किमी लंबा यह एक्सप्रेस वे होगा।
397 किलोमीटर, 21 टोल प्लाजा

हरियाणा व पंजाब के गुरदासपुर तक 397 किमी लंबे एक्सप्रेसवे पर 21 टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे पर 135 किमी के अंतराल में आठ तो 262 किमी पंजाब क्षेत्र में 13 टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। यह केएमपी पर हरियाणा के झज्जर जिले के गांव जसौर खेड़ी से सोनीपत, रोहतक, गोहाना, जींद, करनाल, कैथल से होता हुआ खनौरी बार्डर से पंजाब की सीमा में प्रवेश करेगा।

पंजाब के संगरूर जिले से अमृतसर और फिर कटरा तक इसका निर्माण कार्य किया जाएगा। इस एक्सप्रेस वे के बन जाने जाने से उत्तर भारत में एक नई औद्योगिक क्रांति आएगी। यह एक्सप्रेस वे अमूमन औद्योगिक क्षेत्रों को एक साथ जोड़ने का काम करेगा, जिससे निवेश व रोजगार बढ़ने के आसार हैं।
इन दो पैकेजों में होगा निर्माण कार्य

पहला पैकेज: यह 34 किमी लंबा होगा। जसौर खेड़ी के पास केएमपी से शुरू होकर रोहतक-पानीपत एनएच-709 पर गांव रूखी तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 1053.34 करोड़ की राशि खर्च हो सकती है।

दूसरा पैकेज: यह 28.800 किमी लंबा होगा। गांव रूखी में रोहतक-पानीपत एनएच-709 से शुरू होकर जींद-पानीपत एनएच-352ए पर गांव गंगाना तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण के लिए 858.41 करोड़ की राशि खर्च हो सकती है।