अब देश की सड़के यूरोपियन कंट्री जैसी दिखेंगी। यूरोप की तर्ज पर देश की सड़कों का निर्माण हो रहा है। ऐसे शानदार हाईवे बनेंगे जहां कुछ ही घंटों में हजारों किलोमीटर का सफर आसानी से तय किया जा सकेगा। ये हाईवे अमेरिका और यूरोप से किसी भी तरह कम नहीं होंगे। केंद्र सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय का सपना है कि देश में चारों ओर विदेशों जैसा इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए। इसी के चलते इन दिनों दिल्ली, हरियाणा से लेकर मुंंबई सहित चारों ओर सड़कों का बड़े स्तर पर निर्माण हो रहा है।
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि देश में हर रोज 38 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हो रहा है। आने वाले एक से दो साल के भीतर देश में सबसे मजबूत रोड नेटवर्क तैयार हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 से लेकर अब तक 3 लाख करोड़ रुपए के काम पूरे हो चुके हैं। आने वाले समय में सड़कों के मजबूत नेटवर्क पर करीब पांच लाख करोड़ रुपए के काम होंगे।
विदेशों जैसी सड़कें

केंद्रीय मंत्री गडक़री ने कहा कि उनका लक्ष्य देश के सभी हाईवे को अमेरिकन स्टैडंर्ड जैसा बनाना है। यही वजह है कि आने वाले दिनों में दिल्ली और हरियाणा से हरिद्वार और जयपुर का सफर महज दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा।

इसी प्रकार से दिल्ली से चंडीगढ़ की दूरी भी घटकर ढाई घंटे रह जाएगी। जबकि अभी इन रूटों पर कम से भी कम पांच घंटे का समय लगता है। यह जरूर है कि इन शानदार सडक़ों पर सफर करने के लिए लोगों को टोल टैक्स भी चुकाना होगा। मगर इसके बदले लोगों को बेहतरीन सडक़ों पर सफर करने में मजा जरूर आएगा।
किसानों की इंकम बढ़ाने की योजना

उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में देश में सभी वाहन बायोएथेनॉल से चलेंगे। जिसका सीधा सा फायदा देश के किसानों को होगा। इससे उनकी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। गडकरी ने कहा कि उनकी योजना है कि देश में लोगों को सस्ता ईंधन उपलब्ध हो सके। इसके लिए उनके पास बायोएथेनॉल सबसे बेहतर विकल्प है। इससे दो फायदे होंगे, एक तो लोगों को सस्ता ईंधन मिलेगा और दूसरा किसानों की इंकम बढ़ जाएगी।
सस्ती हो जाएंगे इलेक्ट्रिक वाहन

उन्होंने बताया कि आने वाले दो सालों में इलेक्ट्रिक कारों की कीमत काफी कम हो जाएंगी। वह सीएनजी, पेट्रोल और डीजल कारों के मुकाबले रेट की हो जाएंगी। उन्होंने संभावना जताई के आने वाला समय इलेक्ट्रिक, सीएनजी, बायो सीएनजी, एलएनजी, हाईड्रोजन से चलने वाले वाहनों का ही होगा। उन्होंने कहा कि इससे जहां लोगों को सस्ता ईधन उपलब्ध होगा, वहीं रोजगार के क्षेत्र में भी क्रांति आने की संभावना है।

गडकरी ने बताया कि आने वाले दो सालों के भीतर देश में मजबूर रोड नेटवर्क पर 15 लाख करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है। वह हर रोज करीब 38 किलोमीटर सडक़ निर्माण का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में ही अब तक सडक़ों पर 3 लाख करोड़ रुपए के काम किए जा चुके हैं।