एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव भारत (India weather) के उत्तरी-पश्चिमी मैदानी इलाकों (plains) में यानी हरियाणा, पंजाब (Punjab) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कुछ हिस्सों में लगातार देखने को मिल रहा हैं। हाल ही में 2 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हरियाणा के कई जिलों में हल्की बारिश (rain) आई। इस वजह से मौसम में ठंडक बढ़ गई थी। लेकिन अब एक और पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) का आंशिक प्रभाव प्रदेश में देखने को मिल सकता है। यह विक्षोभ 7 मार्च को प्रदेश के उत्तरी-पश्चिमी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर प्रभाव डालेगा। मौसम विभाग ने छिटपुट बूंदाबांदी होने की संभावना भी जताई (Rain In Haryana) है।
गुरुवार को राज्य में फतेहाबाद (Fatehabad) का तापमान सबसे कम 9 डिग्री सेल्सियस (temperature in haryana) रहा। वहीं 29.1 डिग्री सेल्सियस के साथ पानीपत (Panipat) का तापमान सबसे अधिक रहा।

हिसार का न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 10.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 1.9 डिग्री कम है। वहीं हिसार (Hisar) का अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 24.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 3.3 डिग्री कम था।


हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (Haryana Agricultural University) के मौसम वैज्ञानिक (meteorologist) डॉ. एम एल खीचड़ के अनुसार हरियाणा (Haryana) में 9 मार्च तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के आंशिक प्रभाव से राज्य में 6 और 7 मार्च को आंशिक बादल (partly cloudly) रहने और हल्की से मध्यम गति से हवाएं चलने की संभावना है।

7 मार्च को उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में कुछ एक स्थानों पर गरज-चमक (thunderstorm) व बूंदाबांदी (Drizzling) की संभावना है। बाद में 8 व 9 मार्च को मौसम आमतौर पर खुश्क (dry) रहने व दिन के तापमान (Temprature) में हल्की बढ़ोत्तरी हो सकती है। लेकिन रात में तापमान सामान्य के आस-पास रह सकता है।