देश में बुलेट ट्रेन परियोजना (bullet train project) का विकास काफी तेजी से हो रहा है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा लाभ राजस्थान (Rajasthan) का ही होगा। बता दें कि यह बुलेट ट्रेन राजस्थान के 7 जिलों से होकर गुजरेगी जिसमें अजमेर (ajmer), उदयपुर (udaypur), जयपुर (jaipur), अलवर (alwar), डूंगरपुर (Dungarpur), चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) और भीलवाड़ा (Bhilwara) शामिल है। दिल्ली (Delhi) के द्वारका (Dwarka) के सेक्टर 27 से इसका ट्रैक शुरू होगा, ट्रेक की कुल लंबाई 875 किमी बताई जा रही है। वहीं 875 में से 657 किमी का सफर बुलेट ट्रेन राजस्थान में ही तय करेगी। ऐसे में इस ट्रेन के राजस्थान में 9 स्टेशन बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। वहीं हरियाणा (Haryana) के रेवाड़ी (Rewari) और मानेसर (Manesar) से होती हुई ये ट्रेन अलवर (Alwar) से राजस्थान में एंट्री लेगी।
बता दें कि इस परियोजना से राजस्थान के करीब 337 गांव प्रभावित हो सकते हैं। बुलेट ट्रेन एक हाई स्पीड ट्रेन है जिसकी रफ्तार 320 किमी प्रति घंटे होगी। इस परियोजना से उदयपुर को भी काफी लाभ मिलने वाला है। उदयपुर में कुल 8 सुरंगे (8 Tunnel) बनाई जाएंगी। राजस्थान के इस जिले में बुलेट ट्रेन (Bullet Train) के लिए 127 किमी का ट्रेक तैयार किया जाएगा।

इसके साथ ही यह ट्रेन 5 नदियों (Rivers) के ऊपर से होकर गुजरेगी। वहीं उदयपुर में बनने वाली 8 सुरंगे भी 1 किमी से कम दूरी की होने वाली हैं। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (National High Speed Rail Corporation Limited) की ओर से दिल्ली अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरीडोर का सर्वे भी लगभग पूरा हो चुका है।
ये होगा दिल्ली अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का प्रस्तावित रूट

बता दें कि दिल्ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन (Delhi-Ahmedabad Bullet Train) के लिए एक रूट प्रस्तावित किया गया है जो दिल्ली के द्वारका सेक्टर 21 से शुरू होकर गुरुग्राम (Gurugram) में एंटर करेगा और मानेसर (Manesar) व रेवाड़ी (Rewari) से होता हुआ दिल्ली-जयपुर राजमार्ग (Delhi-Jaipur Highway) में शामिल हो जाएगा। वहीं राजस्थान में ट्रेक कि शुरुआत अलवर से ही होगी। इसके बाद ये ट्रेक जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर से होता हुआ अहमदाबाद में प्रवेश करेगा।
इस तरह से चुना गया है ये रूट

बता दें कि दिल्ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के रूट को चुनते हुए इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि भूमि का अधिग्रहण आसानी से किया जा सके। इसलिए इस ट्रेन को नेशनल हाइवे 48 (NH 48) के समानांतर ही गुजारा जा रहा है।

इसके साथ ही गुजरात में भी इस ट्रेन के 3 स्टेशन बनने की बात कही जा रही है। वहीं दिल्ली और हरियाणा सरकार (Delhi and Haryana Government) भी इस प्रोजेक्ट को अपनी मंजूरी दे चुके हैं। हालांकि अभी आवास एवं शहरी मंत्रालय के फैसले का इंतजार है।