दिल्ली और एनसीआर (Delhi NCR) के लोगों को एक और कॉरिडोर की सौगात मिलने वाली है। इसके शुरू होने के बाद एयरपोर्ट (Airport) और गुरुग्राम (Gurugram) जाने की राह आसान हो जाएगी। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (East-West Corridor) की लंबाई कम होने के बाद सिगनल फ्री नार्थ कॉरिडोर (signal free north corridor) की लंबाई भी कम हो जाएगी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (National Green Tribunal) ने इस कॉरिडोर को नजफगढ़ नाले के ऊपर वजीराबाद से जखीरा तक बनाने को लेकर एतराज जताया है। एनजीटी (NGT) के दखल के बाद इसको अब जखीरा से द्वारका सेक्टर-23 के पास अर्बन एक्सटेंशन दो के पास तक बनाने की योजना है।
कहा जा रहा है कि इस स्पेशल कॉरीडोर (Special Corridor) के बनने से हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम सहित फरीदाबाद (Faridabad) और आसपास के कई शहरों को जाने के लिए लोगों को जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा। फिलहाल तक इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Airport) आने और जाने के लिए कई बार लोगों को भारी जाम (traffic Jam) का सामना भी करना पड़ता है।
पहले इस कॉरिडोर की लंबाई करीबन 28 किलोमीटर थी। लेकिन अब इसको नौ किलोमीटर घटा दिया जाएगा। जिससे इसकी लंबाई कुल 19 किलोमीटर रह जाएगी। अब पीडब्ल्यूडी (PWD) ने इसको लेकर यूटीपैक (United Traffic and Transportation Infrastructure Planning and Engineering Center) को नया प्रस्ताव सौंपा है।
बता दें कि पहले इस कॉरिडोर को 28 किलोमीटर की लंबाई के हिसाब से तैयार किया जा रहा था। लेकिन एनजीटी के दखल के बाद अब लंबाई घटाकर दूसरे तरीके से बनाया जा रहा है। इसको लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने यूटीपैक (UTTIPEC) के अधिकारियों को इसको लेकर नया प्रैजेंटेशन भी दिया है। जिसमें बताया गया कि अब यह कॉरिडोर किस तरह से बनाया जाएगा।
यूटीपैक कोर देगा पूरी योजना को मंजूरी
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की प्रैजेंटेशन के बाद यूटीपैक का कोर ग्रुप जल्द ही इसको मंजूरी दे सकता है। इस कॉरिडोर के तैयार होने से उत्तरी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली में यात्रा के समय को पूरी तरह से कम कर देगा। वहीं इससे एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को भी काफी राहत मिलेगी। इस कॉरिडोर के तैयार से वाहन सिगनल फ्री होकर 80 किलोमीटर की रफ्तार से अपने वाहनों को चला सकेंगे।
इस कॉरिडोर की खास बात तो यह होगी कि इसमें 80-80 किलोमीटर की तीन लंबी सुरंग होगी। वहीं इलेक्ट्रिक बसों के लिए अलग से लेन बनाई भी जाएगी। योजना के अनुसार इस कॉरिडोर को कर्मपुरा कीर्ति नगर, मायापुरी, पंखा रोड, डाबडी रोड, द्वारका सेक्टर-23 होते हुए अर्बन एक्सटेंशन रोड दो तक ले जाने का प्लान है।
कुछ इस तरह से बनाया गया कॉरिडोर का प्लान
- जखीरा से एयरपोर्ट के पास अर्बन एक्सटेंशन रोड दो तक बनेगी।
- कॉरिडोर की चौड़ाई छह लेन की होगी।
- कॉरिडोर में छह किलोमीटर की सुरंग होगी।
- कॉरिडोर में किसी भी तरह का सिगनल नहीं होगा।
- इसको तैयार करने में करीबन तीन साल का समय लगेगा।
- इसको तैयार करने में करीबन चार हजार करोड़ की लागत आएगी।
- एक किलोमीटर बनाने का खर्च डेढ सौ करोड़ रुपए आएगा।
- वहीं सुरंग वाले हिस्से को बनाने के लिए 450 करोड़ रुपए किलोमीटर प्रति खर्च आएगा।