शहर में कर्नल के घर से करीब 45 लाख की चोरी के चार साल पुराने मामले में क्राइम ब्रांच एनआईटी ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी ने चोरी के पैसों से अपने गांव सेमरी जिला संभल यूपी में ग्राम पंचायत का चुनाव भी लड़ा था। पुलिस ने उससे एक लाख आठ हजार 500 रुपये बरामद किए हैं। क्राइम ब्रांच प्रभारी एसआई नरेंद्र के बताया कि आरोपी पितंबर को उनकी टीम ने बदरपुर बॉर्डर से गिरफ्तार किया। अब पीतांबर की गिरफ्तारी के बाद उससे 10 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपित ने पांच लाख रुपये ग्राम पंचायत चुनाव लड़कर खर्च कर दिए हैं। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर कर्नल के मकान में चोरी की थी। इसमें उन्होंने 15 लाख रुपये व 65 तोले सोना और अन्य सामान चुराया था। उसने आभूषण तीसरे आरोपी अपने दोस्त को बेचने के लिए दे दिए।
आरोपी ऑटो चलाकर मकानों की रेकी करता था। उसने 2018 में सेक्टर-28 में रहने वाले कर्नल सुनील कुमार के मकान को देखा कि उनके घर के गेट पर दो-तीन दिन के अखबार पड़े थे। इसके बाद अपने साथियों संग इस मकान में चोरी की। मकान मालिक परिवार सहित उस समय जम्मू में सत्संग में गए हुए थे। मामले में थाना सेक्टर-31 में केस दर्ज किया गया था।
ऑटो चालक बनकर करता था मकानों की रेकी
इस केस में क्राइम ब्रांच टीम ने एक आरोपी शाहिद को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। शाहिद ने पुलिस को बताया था कि उसने चोरी किए आभूषण अपने गांव में रहने वाले इकरार को बेच दिए हैं। बाद में पुलिस ने इकरार को भी गिरफ्तार कर लिया और उससे डेढ़ लाख रुपये और सोने के आभूषण बरामद कर लिए थे।
पुलिस का दावा
आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक अन्य बड़ी चोरी की थी, जिसमें आरोपी ने सोने व हीरे के लाखों के आभूषण और 50 हजार रुपये नगद चोरी किए थे। आरोपी से थाना एनआईटी के केस में 5000 रुपये, सेक्टर-31 के मामले में 10 हजार रुपये, सराय ख्वाजा में 3500, सेक्टर-31 के एक केस में 1000 रुपये, एसजीएम नगर में 4000 रुपये, थाना सूरजकुंड के 5 केस में 85000 रुपये नगद बरामद किए हैं। क्राइम ब्रांच ने आरोपी से कुल 1,08,500 रुपये बरामद कर 10 केस सुलझाए हैं। पूछताछ पूरी होने के बाद पितंबर को अदालत में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत के लिए नीमका जेल भेज दिया गया है।