दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस वे (Delhi-Vadodara-Mumbai Expressway) को लेकर अब प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से सीधी नजर रखी जा रही है। पीएमओ से जुड़े अधिकारी एक्सप्रेस वे को लेकर शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से जानकारी ले रहे है। बुधवार को भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट को लेकर पीएमओ ने जानकारी ली। इस दौरान बैठक में उपायुक्त जितेंद्र यादव, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के संपदा अधिकारी अमित कुमार और अधीक्षण अभियंता राजीव शर्मा शामिल हुए।
बता दें कि इस पांच किलोमीटर में आ रही अड़चन को फरीदाबाद प्रशासन दूर नहीं कर पा रहा है। इसलिए इस एक्सप्रेस वे की रफ्तार अटकी हुई है।

प्रधानमंत्री कार्यालय भी फरीदाबाद प्रशासन की कारगुजारी को लेकर परेशान है। इससे हरियाणा सरकार की छवि भी लगातार धूमिल हो रही है। हालांकि पिछले कई सालों से यह अड़चन बनी हुई है, जिसे हटाने में अधिकारी नाकाम साबित हो रहे हैं।

अधिकारियों ने पीएमओ को पूरी परियोजना को लेकर जानकारी दी। इसके साथ यह भी बताया गया कि क्या क्या अड़चने आ रही है। अधिकारियों ने पीएमओ को आश्वासन दिया कि इन अड़चनों को जल्द से जल्द दूर कर दिया जाएगा प्राधिकरण के अधिकारियों ने दावा किया कि 21 किलोमीटर तक कब्जा दे दिया गया है।

केवल पांच किलोमीटर के अवैध निर्माण (illegal construction) बाधा बने हुए है। हालांकि अभी पेट्रोल पंप और सीएनजी पंप (Petrol and CNG Pump) भी शिफ्ट नहीं हुए है। सीवर और पेयजल लाइन भी शिफ्ट नहीं हुई है। बिजली के हाईटेेंशन तारों को भी अभी तक शिफ्ट नहीं किया गया है।
तेजी से चल रहा एक्सप्रेसवे का काम

प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार सभी अंडरपास और पिलर खड़े किए जा चुके है। जहां पर कब्जा दे दिया गया है वहा तेजी से निर्माण हो रहा है। पांच किलोमीटर में जो भी अड़चने आ रही है। उसको को दूर किया जा रहा है। एक्सप्रेस वे के दोनों ओर नाले का काम भी तेजी से चल रहा है।

एक्सप्रेस वे का निर्माण तीन पैकेज में किया जा रहा है। पैकेज वन में दिल्ली के डीएनडी फ्लाईओवर से लेकर कालिंदीकुज तक करीबन नौ किलोमीटर एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाना है। इसके बाद आगरा नहर के साथ साथ सेक्टर-37 श्मशान घाट के पास आकर बाईपास से जुड़ जाएगा।

इस परियोजना के तहत जिले का बाईपास 12 लेन का किया जाएगा। प्राधिकरण के संपदा अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि परियोजना को लेकर जो भी अतिक्रमण बाधा बन रहा है। उसको जल्द ही दूर किया जाएगा।