इस बजट में हरियाणा सरकार की ओर से प्रदेश के विकास के लिए अनेक मुद्दे पेश किए गए। सरकार ने कई बड़ी परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी। अब एयरपोर्ट के साथ-साथ प्रदेश में एक और परियोजना का काम जोरों शोरों से चलेगा। इस समय राज्य में कई बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है। आने वाले कुछ वर्षों में प्रदेश के युवाओं को रोजगार और बिजनेस के लिए किसी दूसरे देश या प्रदेश में जाने की जरूरत नहीं होगी। एक ओर राज्य सरकार युवाओं को हवाई जहाज उड़ाने की ट्रेनिंग देने की योजना पर तेजी से काम कर रही है, वहीं दूसरी ओर गुरुग्राम में हैलीहब के निर्माण से राज्य के लिए विकास के दरवाजे खुल जाएंगे।
प्रदेशभर में जिस तरह मेट्रो रेल (metro train) का विस्तार और नए हाईवे का निर्माण (highway construction) हो रहा है, यह भी अपने आप में बड़े कदम कहे जा सकते हैं। हरियाणा (Haryana) में अब एक और बड़ा काम होने जा रहा है, जो अभी तक अपने देश के लिए भी किसी सपने से कम नहीं है।
देश में पहली बार कार्गो हब (cargo hub) का निर्माण करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि अभी तक भारत में हवाई जहाज ठीक करने के लिए एक भी कार्गो हब नहीं है। लेकिन अब हरियाणा ने इस दिशा में अपना पहला और बड़ा कदम उठाया है। इसके बाद देश में ही हवाई जहाजों को ठीक करने का काम शुरू हो सकेगा।
200 एकड़ में बनेगा कार्गो हब
जल्दी ही हरियाणा के हिसार में 100 से 200 एकड़ जमीन पर इंटीग्रेटिड कार्गो हब बनेगा। यह हब बनने के बाद देश के ही हवाई जहाज देश में ठीक किए जा सकेंगे। वहीं इसके बाद दुबई और सिंगापुर जैसे देशों पर भी निर्भरता खत्म हो जाएगी। देश में एक भी कार्गो हब ना होने के कारण फिलहाल हवाई जहाज ठीक करवाने के लिए भारत को दुबई और सिंगापुर जाना पड़ता है।
इस दिशा में हरियाणा ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण और बड़ा कदम उठाया है और हिसार में कार्गो हब बनाने का निर्णय लिया है। इसके बाद देश भर के सभी जहाजों को ठीक होने के लिए हरियाणा आएंगे। साथ ही दुनिया के कई देश भी इसका लाभ उठा सकेंगे। इस व्यवस्था से प्रदेश के हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुल जाएंगे।
कंपनी ने किया सरकार से संपर्क
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि देश की बड़ी औद्योगिक कंपनियों से इंटीग्रेटिड कार्गो हब स्थापित करने को लेकर लगातार संपर्क किया जा रहा है। हाल ही में सरकार से एविशन से जुड़ी एक बड़ी कंपनी ने संपर्क किया जिसने 25 एकड़ भूमि पर अपने खर्च पर एमआरओ (मंटिनेंस, रिपेयर एंड ऑपरेशन) बनाने की इच्छा जताई।
यहां होगी जहाजों की मरम्मत
उन्होंने आगे बताया कि हिसार में अब तक तीन हैंगर बन चुके हैं। उनकी कोशिश है कि हिसार MRO में विश्व के बड़े जहाजों को मरम्मत की सुविधा मिल सके। फिलहाल ऐसी सुविधा भारत में कहीं नहीं है। देश के ही बड़े बड़े जहाज मरम्मत के लिए बाहरी देशों जैसे सिंगापुर और दुबई जाते हैं।
इस एविएशन हब के लिए एयरो डिफेंस हब और मैन्युफैक्चरिंग हब के लिए प्रस्ताव आ रहे हैं। बता दें कि हिसार में इंटरनेशनल लेवल का रनवे मई 2022 तक पूरा हो जाएगा। यह रनवे 10 हजार फीट तक होगा। यह हरियाणा के लिए एक ऐतिहासिक कदम होगा।
कार्गो क्लीयरेंस के लिए स्थापित होंगे केंद्र
प्रदेश में सरकार हिसार एविएशन हब को जोड़ते हुए आधारभूत ढांचे का विकास कर रही है। जिससे दिल्ली का कार्गो भी हरियाणा होते हुए सीधा पोर्ट पहुंच जाए। इसके साथ ही राजधानी के चारों ओर गुरुग्राम, सोनीपत और झज्जर में ऐसे केंद्र स्थापित करेंगे जहां कार्गो क्लीयरेंस की सुविधा होगी। इससे हरियाणा के रिवेन्यू के साथ साथ कार्गो शिपिंग कंपनियों को भी इसका लाभ होगा।