प्रदेश में जिस तरह इंडस्ट्रीज आधुनिक हो रही हैं। अब उन्हीं नई तकनीक और आधुनिकीकरण के साथ युवाओं को तैयार किया जाएगा। इसके लिए हरियाणा में स्थित पॉलीटेक्निक और आईटीआई में वर्तमान उद्योगों की आधुनिक तकनीक पर आधारित हों। इस संबंध में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पॉलीटेक्निक व आईटीआई में ऐसे नए कोर्स शुरू करें जो वर्तमान उद्योगों की आधुनिक तकनीक पर आधारित हों। इससे कोर्स पास आउट करने वाले छात्रों को आसानी से नौकरी मिल जायेगी। बता दें कि इस दौरान डिप्टी सीएम अपने कार्यालय में उद्योग, पॉलीटेक्निक, आईटीआई तथा श्रीविश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास, राजा शेखर वुंड्रू, आनंद मोहन शरण के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पहले तो उद्योग व तकनीकी शिक्षा विभाग आदि मिलकर एक रिपोर्ट तैयार करें जिसमें हरियाणा में स्थापित उद्योगों को किस प्रकार के ट्रेंड युवा चाहिएं? क्या ऐसे कोर्स हमारे प्रदेश में चल रहे हैं?
इसके बाद उन उद्योगों की जरूरत के अनुसार संबंधित जिला के ही पॉलीटेक्निक या आईटीआई में आगामी शैक्षणिक सत्र से नया कोर्स शुरू करें, कोर्स के अंतिम सेमेस्टर में इन्टर्नशिप भी समन्वय स्थापित करके उद्योगों में ही करवाएं। इससे कोर्स पास करने वाले युवाओं को उद्योगों में आसानी से जॉब मिल सकेगी।
उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे तकनीकी संस्थानों में प्रेक्टिकल के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करें ताकि पढ़ने वाले युवा अत्याधुनिक तकनीक से अपडेट हो सकें। उन्होंने जरूरत मुताबिक पुराने कोर्सेज के पाठ्यक्रम में परिवर्तन करने के भी निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि राज्य में 37 गवर्नमेंट, 4 गवर्नमेंट एडिड तथा 159 प्राइवेट पॉलीटेक्निक हैं जिनकी क्षमता 37,459 विद्यार्थियों की है। उन्होंने सोलर रिन्यूएबल, ड्रोन, डेटा माइनिंग, फायर सेफ्टी आदि से संबंधित नए कोर्स शुरू की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए।
उन्होंने पानीपत जिला के तकनीकी संस्थाओं में हैंडलूम, बहादुरगढ़ में फुटवियर, हिसार में स्टील, गुरुग्राम में मारुति कंपनी आदि की आवश्यकतानुसार कोर्स आरम्भ करने का सुझाव दिया ताकि युवाओं को उनके घर-द्वार के नजदीक ही रोजगार मिल सके।