हरियाणा में नए राशन कार्ड बनाने का काम बहुत ही जल्द शुरू होने वाला है। जानकारी के अनुसार राशन कार्डों से संबंधित सेवाओं जोकि सरल पोर्टल के माध्यम से प्रदान की जा रही हैं डुप्लीकेट राशन कार्ड जारी करना राशन कार्ड स्थानांतरित करना निरस्त करना जैसी सेवाओं को छोड़कर फरवरी 2021 से नए राशन कार्ड बनाने सरकार ने बंद कर रखे हैं। जिसका मूल कारण नए राशन कार्ड को परिवार पहचान पत्र से जोड़ना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार फरवरी 2021 से परिवार पहचान पत्र डेटाबेस का पीडीएस डेटाबेस से मिलान होने तक बंद कर दिया गया है मिलान का कार्य लगभग पूरा हो चुका है तथा सरकार से शीघ्र ही शुरू कर सकती है।
परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकार सभी योजनाओं व सुविधाओं को जोड़कर सही तथ्यात्मक जानकारियां एकत्रित करने पर सक्रिय है। इसका लाभ सरकार को वृद्धावस्था पेंशन व अन्य पैंशन्स में भी मिल रहा है। क्योंकि यह सभी पैंशन्स न्यूनतम आर्थिक आधार पर दी जाती हैं।

वृद्धावस्था पेंशन के अंदर सबसे चौंकने वाला पहलू यह निकल कर आया है कि कई विधवा महिलाएं जिनका पुनर विवाह हो गया वह भी पैंशन्स ले रही हैं।
ऐसी महिलाओं की संख्या सतारा हजार के आसपास बताई जाते हैं। हरियाणा के अंदर महिलाओं जिन्होंने दोबारा शादी की है या ऐसे वृद्ध जिनकी आय निर्धारित आय से ज्यादा है उन्हें भी सरकार ने कुछ समय दिया है कि वह अपनी परिवार पहचान पत्र की जानकारियां को सही करें।

हरियाणा में वृद्धावस्था पेंशन दीवार पहचान पत्र के माध्यम से जुड़ने के बाद अनेक लोगों की टेंशन करने का मुद्दा विधानसभा पटल पर विपक्ष ने भी उठाया है दूसरी तरफ सत्ता पक्ष डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी कहा है कि वह इस मामले में कुछ ना कुछ रहा निकालेंगे।

सरकार के द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार दो लाख से ज्यादा आए वालों के लिए वृद्धावस्था पेंशन जानने पेंशनर में लाभ पर सवाल उठे थे। ऐसे संकेत मिलेंगे सरकार इस मामले में न्यूनतम आय का पैमाना बढ़ाने जा रही है। हरियाणा के अंदर वृद्धावस्था पेंशन 1987 के अंदर शुरू हुई थी। तब चौधरी देवीलाल की सरकार थी जो कि भाजपा के गठबंधन से बनी हुई थी।

फिलहाल हरियाणा सरकार ने ऐसे पेंशन धारकों की जिनकी आय ₹350000 से अधिक की बनती है केवल उन्हीं पर कैंची चलाई है। वह भी परिवार पहचान पत्र में पेंशन धारकों द्वारा खुद भर कर दी गई आय के अनुसार। सरकार इस मामले में भी एक मौका इन पेंशन धारकों को दे रही है कि वह अपने त्रुटि का सुधार करें अगर उनकी पेंशन ज्यादा क्या गलत भरी गई है तो वह संशोधन कर सकते हैं।