राम मंदिर आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए दो भाइयों राम कुमार कोठारी और शरद कुमार कोठारी के नाम पर अयोध्या में एक नई सड़क का निर्माण किया जाएगा। यह घोषणा उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने की। आपको बता दे कि 30 अक्टूबर, 1990 को अयोध्या में कोठारी बंधुओं की ह्त्या कर दी गई थी, कोठारी बंधू मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे।
दोनों भाइयों का नाम राम और शरद कोठारी था, कारसेवा के दौरान दोनों भगवा ध्वज के साथ विवादित ढाँचे के ऊपर चढ़े थे। तब उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी। और गोलियों से भुनवा दिया गया।
दरअसल राम शरद कोठारी स्मृति संघ द्वारा बहन पूर्णिमा कोठारी सत्कार समारोह आयोजित किया गया था।इस समारोह में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी शामिल हुए थे।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम मंदिर निर्माण के संघर्ष में बलिदान हुए राम शरद कोठारी बंधुओं को मंदिर के प्रतीक चिन्ह को उनकी बहन पूर्णिमा कोठारी को भेंट किया।
कार्यक्रम में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल की भूमि में रामभक्त राम शरद कोठारी बंधुओं ने जन्म लिया और राम के नाम पर अपने प्राणों की आहुति दी। जबकि राम के नाम पर प्रदेश की मुखिया ममता दीदी के श्री राम विरोध से आप सभी परिचित हैं।
केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा है की दोनों बलिदानियों के नाम पर अयोध्या में अभी भी एक स्मारक है, उन्होंने कहा था कि कोठारी बंधुओं के भव्य राम मंदिर का स्वप्न आज पीएम नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं, राम और शरद कोठारी कारसेवा के दौरान भगवा ध्वज के साथ विवादित ढाँचे के ऊपर चढ़े थे। तब उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी।